जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न

स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी अपने कार्यो के प्रति सजग रहे और दी गयी जिम्मेदारियों का शत् प्रतिशत निर्वहन करें-जिलाधिकारी

 

वीएचएनडी एवं डीएचएस के कार्यो में लापरवाही पर प्रभारी चिकित्साधिकारी आसपुर देवसरा एवं पट्टी तथा जननी सुरक्षा योजना के लम्बित प्रकरण पर प्रभारी चिकित्साधिकारी बाघराय को कारण बताओ नोटिस जारी।

 

संवाददाता अनुराग उपाध्याय।

 

प्रतापगढ़। जिलाधिकारी प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव की अध्यक्षता में विकास भवन के सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ बैठक की। जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक में वीएचएनडी एवं डीएचएस की समीक्षा में पाया गया कि प्रभारी चिकित्साधिकारी आसपुर देवसरा लगातार 03 बैंठकों में अनुपस्थित पाये गये और आसपुर देवसरा एवं पट्टी की प्रगति धीमी पायी गयी पर जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया ने प्रभारी चिकित्साधिकारी आसपुर देवसरा एवं पट्टी को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। उन्होने कहा कि कुछ सीएचसी/पीएचसी पर हीमोग्लोबिन की जांच नही हो रही है, कैल्सियम की दवायें नही है जिस पर मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि ये समस्त सुविधायें उपलब्ध करायें। बैठक में पाया गया कि प्रभारी चिकित्साधिकारियों द्वारा सीएचसी/पीएचसी पर जांच समय-समय पर नही होती है जिससे प्रगति खराब है जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि सम्बन्धित आशाओं से संवाद करके समय-समय पर हीमोग्लोबीन, एचआईवी टेस्ट, यूरिन टेस्ट आदि करायेंज जाये। मुख्य विकास अधिकारी ने डीपीओ को निर्देशित किया कि मिजिल्स रूबेला टीका जिन बच्चों को लगना है उसकी सूची तैयार कर लें और इसके सम्बन्ध में आशाओं की बैठक करा ली जाये, यह सूची सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को उपलब्ध करा दिया जाये जिससे कोई भी बच्चा छूटने न पाये। डीपीएम राज शेखर ने बताया कि 10 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जायेगा जिसमें 01 वर्ष से 05 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेन्डाजोल की दवा पिलायी जायेगी। बैठक में पाया गया कि ई-कवच पोर्टल पर फीडिंग की प्रगति बहुत ही खराब है जिस पर सीडीओ ने समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि हर महीने ई-कवच पोर्टल पर स्वास्थ्य आंकड़ों को फीड कराया जाये। जननी सुरक्षा योजना में सीएचसी बाघराय के 5 प्रतिशत लम्बित प्रकरण पाये गये जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने प्रभारी चिकित्साधिकारी बाघराय कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि जननी सुरक्षा योजना का संचालन पूर्ण गुणवत्ता और मानक के अनुरूप करें और जननी सुरक्षा योजना का भुगतान शत् प्रतिशत किया जाये, जिन जिन स्वास्थ्य केन्द्रों पर जननी सुरक्षा योजना का भुगतान पेन्डिंग है उसका तत्काल निस्तारण करवाते हुये भुगतान की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गोल्डेन कार्ड में प्रगति खराब पाये जाने पर जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के जिला समन्वयक को कड़ी फटकार लगायी और निर्देशित किया कि बैठक में समस्त आंकड़े लेकर उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारियों एवं खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि आपस में समन्वय स्थापित कर अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की बैठक करें और एडीओ पंचायत के माध्यम से कार्य को कराया जाये यदि इनके द्वारा लापरवाही एवं शिथिलता बरती जा रही है तो एडीओ पंचायत का वेतन बाधित किया जाये। खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने क्षेत्र के अन्तर्गत डोर-टू-डोर सत्यापन करें, जिस परिवार में किसी भी व्यक्ति का गोल्डेन कार्ड नही बना है उसका गोल्डेन कार्ड बनाया जाये। सीडीओ ने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो सत्यापन किया जाये उसकी रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय को अवगत करायें। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपनी प्लानिंग तैयार कर गोल्डेन कार्ड की प्रगति बढ़ायी जाये। इसी प्रकार बैठक में जिलाधिकारी ने, एन0टी0ई0पी0 कार्यक्रम, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन, हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर के संचालन, जन्म मृत्यु पंजीकरण, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, दवाओं की उपलब्धता, प्रसव केन्द्र, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना, परिवार कल्याण कार्यक्रम सहित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओ ंपर चर्चा की। बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सभी अधिकारियों को स्वास्थ्य सेवाओं तथा जनता से जुड़ी योजनाओं को बेहतर तरीके से संचालित करने का निर्देश दिये। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी अपने-अपने कार्यो के प्रति सजग रहे, दी गयी जिम्मेदारियों का शत् प्रतिशत निर्वहन करें, स्वास्थ्य कार्यो के आंकड़ो को पोर्टल पर समय से अंकित करें, लापरवाही कदापि न बरते अन्यथा सम्बन्धित अधिकारी के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 जी0एम0 शुक्ला, डीपीएम राजशेखर, प्रभारी चिकित्साधिकारी व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

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