इस्लामाबाद । पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में सोमवार को हुए एक शक्तिशाली आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) धमाके में कम से कम पांच पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई। फिलहाल किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन बलूचिस्तान में हुए ऐसे हमलों के पीछे पाकिस्तान अक्सर अलगाववादी गुट बलूच लिबरेशन आर्मी का हाथ बताता रहा है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब बलूचिस्तान में हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पिछले हफ्ते ही, लगभग 30 से 40 हथियारबंद हमलावरों ने बलूचिस्तान से गुजरने वाले एक महत्वपूर्ण राजमार्ग को बंद कर दिया था और एक पुलिस वैन पर हमला करके उसमें सवार पांच पुलिसकर्मियों को अगवा कर लिया था। इन घटनाओं ने प्रांत की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बलूचिस्तान लंबे समय से अलगाववादी विद्रोह का सामना कर रहा है। यहां सक्रिय उग्रवादी समूह लगातार पाकिस्तानी सुरक्षा बलों को निशाना बनाते रहते हैं। इन समूहों का आरोप है कि पाकिस्तान सरकार बलूच लोगों को उनके प्राकृतिक संसाधनों और भूमि से वंचित कर रही है और उनके अधिकारों का हनन कर रही है। बलूच लिबरेशन आर्मी को बलूचिस्तान में सबसे सक्रिय और संगठित विद्रोही संगठनों में से एक माना जाता है।