राष्ट्रीय शिक्षा नीति वरदान साबित हो रहा – मयंक श्रीवास्तव

बस्ती –  केन्द्रीय विद्यालय बस्ती में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की क्रियान्वयन की तीसरी वर्षगॉठ दिनांक 29 जुलाई 2023 को मनायी जायेगी। इसी परिप्रेक्ष में केन्द्रीय विद्यालय नें विभिन्न पहलों के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दृष्टिकोण को लागू करने के लिए अपने प्रयासों को संगठित किया तथा इस संदर्भ में प्राचार्य केन्द्रीय विद्यालय मयंक कुमार श्रीवास्तव प्रोजेक्टर के माध्यम से विस्तार से जानकारी को प्रेसवार्ता में साझा किया और कहा कि इस नीति के लागू होने से नयी तकनीक से विद्यालयों में शिक्षा दी जा रही है।

प्राचार्य जवाहर नवोदय विद्यालय राकेश शर्मा, प्राचार्या राजकीय बालिका इन्टर कॉलेज श्रीमती नीलम सिंह, प्राचार्य कपिलगंगा पब्लिक स्कूल अरुण कुमार श्रीवास्तव ने भी इसकी महत्ता को बताते हुए आवश्यक जानकारी दी।वक्ताओं ने केन्द्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, राजकीय विद्यालयों एवं प्राइवेट विद्यालयों में एन.ई.पी. 2020 के कार्यान्वयन पर प्रकाश डाला। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के पाठ्यचर्या के अनुरूप सत्र 2022-23 से कक्षा प्रथम में प्रवेश की न्यूनतम आयु 5 वर्ष से बढ़ाकर 6 वर्ष कर दी गयी है।

निपुण पहल के तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आधारभूत लक्ष्य, मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता के लिए कक्षा 1, 2 एवं 3 के लिए निश्चित लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। इसके लिए रूब्रिक का विकास किया गया और लक्ष्यों की प्राप्ति की जा रही है।

एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा विकसित 3 महीने का खेल आधारित स्कूल तैयारी मॉड्यूल कक्षा 1 के लिए बनाया गया है, जिसका कार्यान्वयन सत्र 2021-22 से किया जा रहा है ।

राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा आधारभूत चरण के अन्तर्गत 20 अक्टूबर 2022 से इसे 3 से 8 वर्ष की आयु के लिए लागू किया गया है। इसके लिए जादुई पिटारा (टीएलएम) जो एन.सी.एफ. के आधारभूत चरण पर आधारित है, जिसे 20 फरवरी 2023 से लागू किया गया है । कौशल विषय अन्तर्गत व्यावसायिक शिक्षा को सुनिश्चित करने की लिए कक्षा 9 से । Artificial Intelligence को एक व्यावसायिक विषय के रूप में शामिल किया गया है। पूर्व व्यावसायिक कौशल के रूप में कार्पेंटरी, पॉटरी, इलेक्ट्रीशियन आदि को सत्र 2022-23 से कक्षा 6 से 8 तक के लिए लागू किया गया है।

अभिभावक हितधारक के रूप में एन.ई.पी. 2020 में अभिभावकों को महत्वपूर्ण कड़ी मानते हुए शिक्षक-अभिभावक संगठन का निर्माण एवं छात्रों के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक माह में इसकी बैठक का आयोजन किया जाता है।

शिक्षक प्रशिक्षण एन.ई.पी. 2020 के लक्ष्य रटंत प्रणाली से छात्र केंद्रित एवं आनुभविक रूप से सीखने के लिए शिक्षक प्रशिक्षण दीक्षा पोर्टल, जेडआईईटी एवं विद्यालय स्तर पर दिया जा रहा है। प्रत्येक शिक्षक के लिए 50 घंटे का प्रशिक्षण अनिवार्य किया गया है । विद्यांजली पोर्टल यह समुदाय/स्वयंसेवक प्रबंधन कार्यक्रम है, जिससे वे सीधे विद्यालय से जुड़ सकते हैं एवं अनुभवों को साझा कर सकते हैं। विद्यालय भी उन 1250 केन्द्रीय विद्यालयों का भाग है, जो इस पोर्टल से जुड़े हुए हैं ।

इस अवसर पर केन्द्रीय विद्यालय के शिक्षक रंजीत विश्वकर्मा, मनोज कुमार सोनकर, विंदेश्वरी शुक्ल, नरेंद्र प्रताप, रमेश कुमार, श्रीमती निकिता सिंह, श्रीमती अनीता आदि उपस्थित रहें।

 

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