,,,,,
अनुराग लक्ष्य, 2 मई
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी
मुम्बई संवाददाता ।
धारावी के विकास में मुख्य भूमिका निभाने वाला सायन स्टेशन का मुख्य ब्रिज अब अपने निर्माण कार्यों में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। लेकिन राहगीरों और रोज़ के मुसाफिरों को जिस दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उसे समझना और शब्दों में व्यक्त कर पाना आसान नहीं है। यही तभी संभव होगा कि जब आप इस दिक्कत और परेशानी को अपनी आंखों से देख कर महसूस करेंगे।
एक तरफ धारावी साहिल होटल की तरफ से जाने वाले पैदल यात्रियों और दो पहिया चार पहिया वाहनों का रेला , दूसरी तरफ कुर्ला से आने वाले वाहनों का जमावड़ा और साथ ही होटल रामदेव की तरफ से आने वाली पैदल यात्रियों की भीड़ से जनता पसीने से सराबोर दिखाई देती है। जिसमें आग में घी डालने का काम करते हैं बेतरतीब खड़े ऑटो रिक्शा। जिसकी वजह से पैदल चलने में भी आपके पसीने छूट जाआएंगे। ट्रैफिक पुलिस की बनी हुई चौकी भी हट जाने की वजह से इन ऑटो रिक्शा चालकों पर कोई अंकुश लगाने वाला नहीं है।
सूत्रों के अनुसार यह निर्माण कार्य 2026 के अंत तक चलने वाला है। जिसका मतलब यह हुआ कि धारावी और सायन स्टेशन पर यात्रियों की दिक्कत और परेशानियों का कोई समाधान यूं ही चलता रहेगा।