लखनऊ उत्तर प्रदेश में सड़कों पर अवैध एवं अपंजीकृत ई-रिक्शा के संचालन पर लगाम लगाने के लिए परिवहन विभाग द्वारा चलाए जा रहे विशेष जांच अभियान के 17वें दिन तक कुल 22,478 ई-रिक्शा के चालान काटे गए हैं, जबकि 7,835 ई-रिक्शा सीज किए गए हैं।इस संबंध में जानकारी देते हुए परिवहन आयुक्त बी.एन. सिंह ने बताया कि अभियान पूरे प्रदेश में प्रभावी रूप से संचालित हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह अभियान विशेष रूप से उन क्षेत्रों में केंद्रित है, जहां ई-रिक्शा की अधिकता के कारण ट्रैफिक व्यवस्था बाधित हो रही थी।परिवहन आयुक्त ने बताया कि 1 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक चलने वाले इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि सभी ई-रिक्शा पंजीकृत हों और कानूनी दायरे में संचालित किए जाएं।अब तक की कार्रवाई के अनुसार, आगरा संभाग में सर्वाधिक अभियान प्रभावी रहा, जहां 1,156 ई-रिक्शा सीज और 2,345 चालान किए गए। इसके विपरीत झांसी संभाग में सबसे कम कार्रवाई दर्ज हुई, जहां 115 ई-रिक्शा सीज और 434 चालान किए गए। राजधानी लखनऊ संभाग में 814 ई-रिक्शा सीज और 2,031 चालान दर्ज किए गए हैं।परिवहन आयुक्त बी.एन. सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि अभियान के दौरान प्रत्येक दिन चेकिंग की जा रही है और किसी भी प्रकार की अनियमितता पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे केवल पंजीकृत और वैध ई-रिक्शा सेवाओं का ही उपयोग करें।