साहित्य उपवन रचनाकार के तत्वावधान में ग्वालियर की धरा पर हुआ शानदार कवि सम्मेलन

साहित्य उपवन रचनाकार के तत्वावधान में ग्वालियर की धरा पर नवरात्र के उपलक्ष्य में हुआ शानदार कवि सम्मेलन। प्रथम नवरात्र और नव वर्ष का आगाज देश के जाने माने और श्रेष्ठ रचनाकारों की कविताओं से होना मन को हर्षित करने के लिए काफी है। इस कवि सम्मेलन ने साहित्य उपवन रचनाकार की सुगंध को देश के कोने कोने में पहुंचाया है। साहित्य उपवन रचनाकार के समन्वयक और इस कार्यक्रम के संयोजक जगदीश गोकलानी जी के जोश और जुनून ने प्रेरणादाई बेहतरीन कार्य को सुखद अंजाम दिया है‌। इस भव्य कार्यक्रम के साक्षी बहुत सारे साहित्य प्रेमी बने। शिरकत करने वाले सभी रचनाकारों ने एक से बढ़कर एक काव्य पाठ करके श्रोताओं की खूब तालियां बटोरी। कार्यक्रम का संचालन जगदीश गोकलानी जी ने अपने दिलकश अंदाज में किया जिसने काव्य रथ को प्रफुल्लित होते हुए आगे बढ़ाया। साहित्य उपवन रचनाकार की व्यवस्थापिका कार्यकारी अध्यक्षा संगीता मिश्रा कार्यक्रम की फोटो और वीडियो फेसबुक पटल पर प्रेषित करती रहीं जिससे सैकड़ों साहित्य प्रेमियों ने घर बैठकर इस अद्भुत कार्यक्रम का आनंद लिया। मंच के अध्यक्ष रोहित रोज हर प्रतिभागी का उत्साहवर्धन और आभार करते रहे इससे रचनाकर का उत्साह तो बढ़ा ही साथ ही कार्यक्रम का कोई भी पल नीरस नहीं हुआ। उपवन के अन्य पदाधिकारी जो कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाये वे सभी फेसबुक पर कार्यक्रम को देखकर प्रफुल्लित होते रहे। कार्यक्रम को अपनी गरिमामई उपस्थिति व मनभावन प्रस्तुति से सफल बनाने वाले मुख्य रचनाकार हैं – आ.चेतराम सिंह भदौरिया, आ.अमित चितवन, आ.राना ज़ेबा, आ.सुधीर चतुर्वेदी, डॉ. मुक्ता सिकरवार, आ.कमलेश कैस, आ.रेखा दीक्षित, आ.शेख़ मुईन, आ.अमर सिंह, आ.अनिल राही, आ. विनोद कुमार वर्मा, आ.वंदना जैन, आ. अशोक बिथारिया, आ. अमर सिंह यादव। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण सादगी सभ्यता और शालीनता रही‌। शिरकत करने वाले सभी कवि /कवयित्रियों को ‘साहित्य सौमिल’ सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया और साथ ही एक खूबसूरत कलम जगदीश गोकलानी जी के कर कमलों से भेंट दी ग‌ई जिसे प्राप्त करके हर रचनाकार गर्वित हुआ। कार्यक्रम का अंत स्नेह युक्त जलपान से हुआ।