लखनऊ के मलिहाबाद थाना क्षेत्र में महिला की निर्मम हत्या के मामले का पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस घटना का मुख्य आरोपी अजय कुमार पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद से ही पुलिस अजय कुमार की तलाश कर रही थी, जिस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस की कई टीमें लगातार उसकी गिरफ्तारी के लिए काम कर रही थीं, और आखिरकार वह पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया।
कैसे हुआ था अपराध
18-19 मार्च 2025 की रात एक महिला आलमबाग बस स्टैंड से ई-रिक्शा में बैठकर लखनऊ में अपने गंतव्य के लिए निकली थी। रास्ते में, अजय कुमार और उसके भाई दिनेश कुमार ने उसे बहाने से गुमराह किया और मलिहाबाद थाना क्षेत्र में ले गए। वहां, उन्होंने महिला से लूटपाट करने की कोशिश की और दुष्कर्म का प्रयास किया, लेकिन जब महिला ने विरोध किया, तो गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
महिला की हत्या के बाद आरोपियों ने शव को सुनसान इलाके में फेंक दिया और फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस ने मलिहाबाद थाने में हत्या, लूट और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस ने ऐसे की कार्रवाई
घटना के बाद लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट, अपराध शाखा, मलिहाबाद थाना और ठाकुरगंज थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की सूचना के आधार पर आरोपियों को ट्रैक करना शुरू किया।
21 मार्च को पुलिस ने अजय कुमार के भाई दिनेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन अजय पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। उसके खिलाफ हत्या, लूट और अन्य संगीन अपराधों के 23 से अधिक मामले दर्ज थे।
कैसे हुआ मुठभेड़ में अंत
21 मार्च की रात पुलिस को सूचना मिली कि अजय कुमार मोटरसाइकिल से मलिहाबाद की ओर आ रहा है। पुलिस ने देवम होटल के पास घेराबंदी की और जैसे ही अजय वहां पहुंचा, पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया। लेकिन अजय ने तुरंत पिस्तौल निकालकर पुलिस टीम पर गोली चला दी।
पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें अजय को दो गोलियां लगीं और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत सीएचसी मलिहाबाद ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसे ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया, लेकिन वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
अपराधी का लंबा इतिहास और बरामदगी
अजय कुमार शातिर अपराधी था, जिसके खिलाफ हत्या, लूट, गैंगस्टर एक्ट और एनडीपीएस एक्ट समेत 23 से अधिक गंभीर मामले दर्ज थे। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद उसकी मोटरसाइकिल, 9 एमएम पिस्टल, मृतका का मोबाइल फोन, आरोपी का मोबाइल, 300 रुपये नकद, सिगरेट का पैकेट और लाइटर बरामद किए।
पुलिस की सफलता और आगे की कार्रवाई
लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की अपराध शाखा, स्वाट टीम और मलिहाबाद-ठाकुरगंज थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से यह मामला सुलझ गया। सह अभियुक्त दिनेश कुमार को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।पुलिस ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है और इस तरह की घटनाओं में शामिल अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की “महिला सुरक्षा प्राथमिकता” नीति के तहत पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है और आगे भी अपराधियों के खिलाफ इसी तरह की कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।