उन्मुक्त उड़ान मंच पर उत्सवों की रौनक से मंच हुआ शोभायमान

उन्मुक्त उड़ान मंच की संस्थापिका व अध्यक्षा के निर्देशन व मार्गदर्शन, समस्त कार्यकारिणी के अतुलनीय व अनवरत सहयोग, उन्मुक्त उड़ान परिवार के समस्त साहित्य साधकों की सक्रियता व सहभागिता से मंच पर आयोजित किए गए उत्सव सफलतापूर्वक सम्पन्न हुए।

08 मार्च अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में मंच पर एक आयोजन रखा गया ।विषय था -नारी मन। 43 रचनाकारों ने नारी मन की भावनाओं व संवेदनाओं को समझते हुए,परिभाषित व अभिव्यक्त करते हुए आज के परिप्रेक्ष में नारी मन की स्थिति, मनोदशा व आकांक्षाओं को दर्शा तथा समाहित कर अतुलनीय व अविस्मरणीय सहभागिता दी। इन रचनाकारों के लेखन व वीडियो प्रस्तुति ने मन प्रफुल्लित, आनंदित, उल्लसित व प्रमुदित कर दिया। सभी रचनाकारों को अभिरामिता सम्मान व शुचिता कान्ति सम्मान से सम्मानित किया गया।

उन्मुक्त उड़ान मंच के मीडिया प्रभारी व संपादक कृष्ण कांत मिश्र कमल जी द्वारा सभी प्राप्त रचनाओं को उन्मुक्त उड़ान मंच की प्रथम ई- पत्रिका *वनिता विशेषांक* में संकलित, संग्रहित व संरक्षित किया गया ।

डॉ. दवीना अमर ठकराल देविका के द्वारा वनिता विशेषांक ई-पत्रिका का दिनांक 16 मार्च, 2025, रविवार को लाइव आकर विमोचन किया।

साप्ताहिक आयोजन की श्रृंखला में इस सप्ताह का विषय था- बुरा ना मानो होली है, कैमिकल रंगों से होली खेलना मनोरंजन या नासमझी।

आयोजन प्रभारी डॉ. दवीना अमर ठकराल देविका ने इस विषय को सार्थकता प्रदान करते हुए बेहद सटीक व सारगर्भित विषय निरूपण से रचनाकारों को प्रोत्साहित व आमंत्रित किया। फलस्वरूप 16 रचनाकारों ने सम सामायिक विषय पर उत्कृष्ट आलेखों के माध्यम से अपनी सहभागिता दी।

आलेख लेखन के साथ ही साथ 10 मार्च से 15 मार्च तक मंच पर होली सप्ताह मनाया गया। रचनाकारों ने लेखन व वीडियो प्रस्तुति के माध्यम से अपनी अपनी प्रस्तुतियां दी।

10 मार्च- रंग बरसे मनहरण घनाक्षरी,

11 मार्च- इंद्रधनुषी रंग दोहा सृजन,

12 मार्च- होली से जुड़े खट्टे मीठे संस्मरण, स्वैच्छिक

13 मार्च- हमने बनाए होली के पकवान, स्वैच्छिक

14 मार्च- आओ होली के गीत गाए प्रेम बरसाएँ, गीत

15 मार्च- होली के बाद के दृश्य, स्वैच्छिक

विभिन्न विषयों पर आयोजन प्रभारी रेखा पुरोहित तरंगिणी, स्वर्ण लता सोन कोकिला, फूल चंद्र विश्व कर्मा भास्कर, नीरजा शर्मा अवनि, अमिता गुप्ता नव्या सुरभि, डॉ अनीता राजपाल अनु वसुंधरा के सानिध्य में 20 से 25 रचनाकारों ने प्रतिदिन आयोजन को गति प्रदान करते हुए अतुलनीय व अविस्मरणीय बना दिया।

मंच सभी रचनाकारों को इन्द्रधनुषी सम्मान, रंग रस काव्य सम्मान, अनुरक्ति काव्य सम्मान, आसव काव्य सम्मान, रंगोत्सव सम्मान, प्रेमानुभूति काव्य सम्मान, फाल्गुनी काव्य सम्मान से सम्मानित कर गौरवान्वित अनुभव कर रहा है।

डॉ दवीना अमर ठकराल देविका ने बताया मंच पर दैनिक आयोजन के साथ साथ विशेष आयोजनों को क्रियान्वित करते हुए उन्मुक्त उड़ान परिवार के सभी सदस्य मंच के प्रति आस्थावान व साहित्य साधना में सतत् कार्यरत हैं।

आयोजन को समापन की ओर ले जाते हुए डॉक्टर दवीना अमर ठकराल देविका ने लाइव आकर सभी का आभार प्रकट करते हुए व भविष्य में भी सभी कर्मठ, कर्मशील, प्रतिबद्धित, कर्तव्य परायण अनुशासित साहित्य साधकों के सहयोग से इसी प्रकार के आयोजन करवाने का आश्वासन दिया।