लखनऊ में जल संकट के स्थायी समाधान की दिशा में आज एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। नगर निगम और जलकल विभाग के संयुक्त प्रयास से 660 किलोलीटर क्षमता के भूमिगत जलाशय के निर्माण की आधारशिला रखी गई। इस अवसर पर सेक्टर-बी, पानी की टंकी परिसर में एक समारोह आयोजित किया गया, जिसमें लखनऊ उत्तरी विधान सभा क्षेत्र के विधायक डॉ. नीरज बोरा और लखनऊ की महापौर नव्व सुषमा खर्कवाल ने भूमि पूजन कर निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। इस जलाशय के निर्माण से अलीगंज और आसपास के क्षेत्रों में जल आपूर्ति को मजबूती मिलेगी, जिससे स्थानीय निवासियों को जल संकट से राहत मिलने की उम्मीद है।जलकल विभाग के महाप्रबंधक कुलदीप सिंह ने बताया कि इस परियोजना के तहत शहरवासियों को स्वच्छ जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। इस जलाशय को आधुनिक तकनीक से तैयार किया जाएगा ताकि यह लंबे समय तक टिकाऊ रहे। निर्माण कार्य निर्धारित समय के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे क्षेत्र में जल आपूर्ति की समस्या का त्वरित समाधान हो सके। इस परियोजना की अनुमानित लागत करीब चार करोड़ रुपये है और इसे चार महीनों में पूरा कर लिया जाएगा।इस महत्वपूर्ण अवसर पर नगर निगम और जलकल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, क्षेत्रीय पार्षद और जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में मौजूद रहे। जोन-3 क्षेत्र समेत कई वार्डों के पार्षदों ने इस पहल का स्वागत किया और इसे शहर के जल प्रबंधन के लिए एक आवश्यक कदम बताया। कार्यक्रम में जानकीपुरम द्वितीय की नव्व राजकुमारी मौर्या, डालीगंज-निरालानगर की नव्व अभिलाषा कटियार, फैजुल्लागंज प्रथम वार्ड की नव्व रश्मि सिंह, मनकामेश्वर वार्ड के नव्व रंजीत सिंह, लाला लाजपतराय वार्ड के नव्व राघव राम तिवारी, भारतेन्दु हरीश्चन्द्र वार्ड के नव्व मानसिंह यादव, महानगर वार्ड के नव्व हरीशचन्द्र लोधी और विवेकानंदपुरी वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि सुनील शंखधर विशेष रूप से उपस्थित रहे।स्थानीय नागरिकों ने इस परियोजना को जल संकट के समाधान की दिशा में एक सार्थक कदम बताते हुए नगर निगम और जलकल विभाग के प्रयासों की सराहना की। लोगों को उम्मीद है कि इस जलाशय के निर्माण से क्षेत्र में जल आपूर्ति की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार होगा और आने वाले समय में पानी की कमी की समस्या समाप्त हो सकेगी।