महाकुंभ नगर। महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद भी श्रद्धालुओं की संख्या में कमी नहीं आई। गुरुवार को भी स्नानार्थियों के स्नान का कम धीमा नहीं पड़ा। आज शाम 6:00 बजे तक 1.95 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम सहित गंगा के विभिन्न घाटों पर स्नान किया।
महाकुंभ मौनी अमावस्या पर बुधवार रात आठ बजे तक 7.64 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। आधी रात को संगम नोज पर भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बावजूद हर कोई संगम में स्नान को लालायित दिखा। यही नजारा गुरुवार को भी देखने को मिल रहा है। गुरुवार को प्रयागराज और महाकुंभ पहुंचने के लिए भक्तों का रेला निकला है। भीड़ इतनी ज्यादा है कि सभी रास्ते जाम से घिरे हैं।
सोशल मीडिया पर शेयर वीडियो किसी पुल के ऊपर से बनाया गया है। वीडियो में दिख रहा है कि चारों ओर भीषण जाम है और गाड़ियों का रेला निकला है। वीडियो में देखकर संभावना लगाई जा सकती है कि जाम कई किलोमीटर लंबा है। वहीं वीडियो बनाने वाली युवती का कहना है कि ये प्रयागराज से 10 से 15 किमी दूर का हाल है। ये प्रयागराज में घुसने से पहले का हाल है। गाड़ियों के अलावा इसमें पैदल यात्री भी दिखे। वहीं, वीडियो जिस फ्लाइओवर से बनाई जा रही है उसपर पैदल यात्रियों की भीड़ दिख रही है।
गौरतलब हो कि बुधवार को मौनी अमावस्या के मौके पर रात 8 बजे तक 7.64 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम स्नान किया था। सुबह छह बजे तक जहां 1.75 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया था, दोपहर दो बजे तक 5.04 करोड़ तो शाम छह बजे तक स्नान करने वालों की संख्या 6.99 करोड़ पहुंच गई थी। सरकार ने मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर आठ से दस करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान का अनुमान लगाया था। माना जा रहा है कि महाकुंभ भगदड़ के बाद आसपास के जिलों में चार पहिया गाड़ियां रोकी न गई होती तो यह संख्या पार हो जाती। अब तक डुबकी लगाने वालों की संख्या 27.58 करोड़ हो गई है।
मेला क्षेत्र में दस लाख से अधिक कल्पवासियों के साथ ही मौनी अमावस्या पर उनके लाखों रिश्तेदारों और परिचितों ने भी 12 किमी क्षेत्र में फैले स्नान घाटों पर पुण्य की डुबकी लगाई। कल्पवासियों के शिविरों में तीन-चार दिन पहले से उने रिश्तेदारों और परिचित का आना शुरू हो गया था। मंगलवार को सभी शिविर फुल हो चुके थे।