ताज महोत्सव-2025: भारतीय कला और संस्कृति का संगम

लखनऊ आगरा जनपद में आगामी 18 फरवरी से 02 मार्च, 2025 तक ताज महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। यह महोत्सव भारतीय कला, संस्कृति, और शिल्प कला का संगम प्रस्तुत करेगा, जिसमें विभिन्न प्रदेशों के शिल्पकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। ताज महोत्सव घरेलू और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता है और आगरा के गौरवशाली इतिहास, सांस्कृतिक विविधिता, हस्तशिल्प, कला, संस्कृति, और स्थानीय व्यंजनों का आनंद प्रदान करेगा।प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री  जयवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि ताज महोत्सव में इस बार की थीम इसे और खास बनाएगी। “सिंफनी ऑफ साउंड्स” (देशभर के संगीत की मिठास), “डिजिटल देसी” (परंपरा में आधुनिक तकनीक का समावेश), और “कलर्स ऑफ इंडिया” (त्योहारों का अनोखा संगम) जैसे विषयों के माध्यम से यह आयोजन आधुनिकता और परंपरा के बीच संतुलन को दर्शाएगा।श्री सिंह ने बताया कि ताज महल, जो दुनिया का अजूबा है, देश-विदेश के पर्यटकों को आगरा की ओर आकर्षित करता है। ताज महोत्सव समिति द्वारा आयोजित यह महोत्सव हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है और भारतीय संस्कृति का जश्न मनाने का एक अद्वितीय मंच प्रदान करता है। यह महोत्सव 1992 में शुरू हुआ था और तब से भारतीय पर्यटन कैलेंडर में अपनी विशेष पहचान बना चुका है।महोत्सव में लगभग 400 शिल्पकार अपने बेहतरीन हस्तशिल्प का प्रदर्शन करेंगे, जिनमें लकड़ी की नक्काशी, संगमरमर की इनले वर्क, और हाथ से बने वस्त्र शामिल होंगे। इस दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी आयोजन किया जाएगा, जिनमें लोक संगीत, शास्त्रीय नृत्य और समकालीन प्रदर्शन होंगे। आगरा और अन्य राज्यों के स्वादिष्ट व्यंजनों और स्ट्रीट फूड के लिए एक विशेष फूड जोन भी तैयार किया जाएगा। बच्चों और परिवारों के लिए झूले और मनोरंजन राइड्स का भी आयोजन किया जाएगा।महोत्सव आगरा के प्रमुख स्थानों जैसे शिल्पग्राम पार्किंग, सदर बाजार, आई लव आगरा सेल्फी प्वाइंट, फतेहपुर सीकरी, और सूर सदन में आयोजित होगा। इन स्थानों पर आगरा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनोखा अनुभव मिलेगा। महोत्सव की सफलता सुनिश्चित करने के लिए ताज महोत्सव समिति ने कई एजेंसियों को जोड़ा है। जयवीर सिंह ने अंत में कहा कि आगरा में तीन यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं, जो अपनी प्राचीनता के लिए प्रसिद्ध हैं। इस तरह के आयोजनों से कला और संस्कृति के साथ-साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है।