आओ हम नव वर्ष मनायें – बाल कृष्ण मिश्र

आओ हम नव वर्ष मनायें”

आओ हम नव वर्ष मनायें

नव प्रभात के नवल रश्मि से,

मिल कर खेलें नाचें गायें।

नव वासर में नवध्वज लेकर,

हम नूतन फेरी हर्ष लगायें।।१

आओ हम नव वर्ष मनायें…….

द्वारे – द्वारे अलख जगा कर, 

हम रंगोली हर द्वार बनायें।

मां धरती के उन्नत माथे पर, 

नव सविता की बिन्दी लगायें।।२

आओ हम नव वर्ष मनायें…….

संकल्प करें सद्जीवन का, 

ईर्ष्या द्वेश को दूर भगायें।

दूर करें छल छद्म जगत से,

दीन – दुखी को गले लगायें।।३

आओ हम नव वर्ष मनायें……

सत्कर्म करें आगे बढ़ करके, 

इस जीवन को सफल बनायें।

जो रूठ गये हैं जीवन से,

उनमें फिर उत्साह जगायें।।४

आओ हम नव वर्ष मनायें……

देखो जगत रूठ कर खुद से, 

कैसे रूठ रहा जग भर से।

आओ तजें तोप बंदूकें,

गांधी का संकल्प सधायें ।।५

आओ हम नव वर्ष मनायें……

कर्म करें हम धर्म समझकर,

पंथ न इसके राह में लायें।

खुद तो दौड़ चलें इस पथ पर, 

औरों को भी राह बतायें।।६

आओ हम नव वर्ष मनायें……

जो राह बताये श्रेष्ठ जनों ने, 

उन राहों पर चलते जायें।

जन २ में हम भाव जगा कर,

जन जन में फिर मेल करायें।।७

आओ हम नव वर्ष मनायें……

देखो धधक रही हैं दुनियां,

आंचल जला रहे सब मां का।

करुणा मय संस्कार जगा कर,

हम सब यह अंगार बुझायें।।८

आओ हम नव वर्ष मनायें……

आप सभी को नव वर्ष 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं।

बाल कृष्ण मिश्र ”कृष्ण”

31.12.2024

बूंदी राजस्थान।