लखनऊ में ताज होटल में आज पंचायतीराज, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ और हज मंत्री ओम प्रकाश राजभर, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने 43 ग्राम पंचायतों के लिए क्लाइमेट स्मार्ट कार्ययोजना और प्रदेश की लगभग 58,000 ग्राम पंचायतों के लिए क्लाइमेट स्मार्ट ग्राम पंचायत कार्य योजना (ब्ैळच्।च्) के विकास हेतु फ्रेमवर्क और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का विमोचन किया। साथ ही, अयोध्या के लिए सिटी क्लाइमेट एक्शन प्लान भी औपचारिक रूप से लॉन्च किया गया।इस अवसर पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि यह विमोचन उत्तर प्रदेश को क्लाइमेट स्मार्ट बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने जलवायु लचीलापन और कार्यवाही को नीति में शामिल करने के महत्व पर बल दिया, ताकि संतुलित विकास और पर्यावरणीय सामंजस्य सुनिश्चित हो सके। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को गंभीरता से लेते हुए सभी से इस दिशा में योगदान देने की अपील की और पंचायती राज विभाग की ओर से पूरी मदद का आश्वासन दिया।मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने जलवायु परिवर्तन और उसके प्रभावों पर त्वरित कार्यवाही की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह पहल ग्रामीण स्तर पर जलवायु कार्यवाही को मजबूत करेगी और एसओपी के माध्यम से इसका बड़े पैमाने पर कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा, जो राज्य के सतत भविष्य के दृष्टिकोण से मेल खाता है।कृषि विभाग के प्रमुख सचिव रविंद्र नायक ने जलवायु परिवर्तन के कृषि पर पड़ने वाले प्रभावों को रेखांकित किया और इसके समाधान के लिए सक्रिय प्रयासों की आवश्यकता जताई। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव सुशांत शर्मा ने जलवायु एक्शन प्लान्स और एसओपी के महत्व को समझाया और निजी क्षेत्र की भागीदारी पर जोर दिया।वसुधा फाउंडेशन के सीईओ श्रीनिवास कृष्णस्वामी ने बताया कि ग्राम पंचायत एक्शन प्लान्स और एसओपी एक अभिनव पहल है जो जलवायु कार्यवाही को स्थानीय स्तर पर लागू करने पर केंद्रित है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की लगभग 58,000 ग्राम पंचायतों में इस कार्यान्वयन को तेज करने के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम की योजना साझा की।ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों ने भी अपने अनुभव साझा किए और यह विश्वास जताया कि उनके प्रयासों से उनकी पंचायतें जलवायु स्मार्ट बन जाएंगी।