रिपोर्ट जितेन्द्र पाठक संतकबीरनगर
– फ्रेशर पार्टी के दौरान विद्यालय प्रबंध तंत्र के साथ शिक्षक शिक्षिकाओं ने छात्र छात्राओं को दिए गुरु मंत्र
– फ्रेशर पार्टी के दौरान विद्यालय के एमडी डॉ उदय ने छात्र छात्राओं को किया संबोधित बोले मेहनत की बदौलत हर मुकाम हासिल कर सकते हैं छात्र-छात्राएं
– विद्यालय परिवार से बेहतर शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्राओं ने साझा किया अपना अनुभव
संतकबीरनगर – जिला मुख्यालय स्थित प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान सूर्या इंटरनेशनल एकेडमी के क्लास नाइंथ और इलेवन के छात्र छात्राओं को लेकर फ्रेशर पार्टी का आयोजन हुआ। फ्रेसर पार्टी में बतौर मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे सूर्या ग्रुप ऑफ कालेज के चेयरमैन डॉक्टर उदय प्रताप चतुर्वेदी और विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचने वाली एक्सक्यूटिव एमडी श्रीमती सविता चतुर्वेदी का एकेडमी के प्रिंसिपल रविनेश श्रीवास्तव की अगुआई में शिक्षक शिक्षिकाओं और छात्र छात्राओं ने जोरदार स्वागत किया। स्वागत कार्यक्रम के बाद माता सरस्वती की पूजन अर्चन के साथ एकेडमी के संस्थापक स्वर्गीय पंडित सूर्य नारायण चतुर्वेदी के चित्र पर माल्यार्पण कर फ्रेशर पार्टी कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के पहली कड़ी में एकेडमी की छात्रा ने सरस्वती वंदना और स्वागत गीत के माध्यम से बेहतरीन प्रस्तुति देते हुए सभी का दिल जीता। इसके बाद उपस्थित अतिथियों और एकेडमी के गुरुजनों ने सभी छात्र छात्राओं को सफलता का मंत्र देते हुए उन्हे अनुशासन में रहकर पढ़ाई करने की सीख दी। कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में सूर्या ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी ने कहा कि छात्र-छात्राओं को अनुशासन में रहकर ही शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए।
अनुशासन से जीवन न सिर्फ संयमित बनता है, बल्कि लक्ष्य की प्राप्ति भी आसानी से हो जाती है। डॉक्टर उदय ने उपस्थित रहे शिक्षक शिक्षिकाओं को ये संदेश देते हुए कहा कि देश के भविष्य कहे जाने वाले इन बच्चों को दिल लगाकर पढ़ाए जिससे यह देश के अच्छे और कामयाब नागरिक बन सकें। इसी कड़ी में बच्चों को संबोधित करते हुए एकेडमी के प्रिंसिपल रविनेश श्रीवास्तव ने कहा कि स्कूली जीवन के ये 04 साल अतिमहत्वपूर्ण हाेते हैं, जाे पूरे जीवन की दिशा और दशा तय करते हैं। इस अवधि में पूरी मेहनत के साथ पढ़-लिख लिए ताे जीवन के आगामी सभी साल अच्छी जिंदगी गुजरेगी। वहीं एकेडमी की एक्सक्यूटिव एमडी श्रीमती सविता चतुर्वेदी ने शिक्षा के महत्व को बताते हुए कहा कि शिक्षार्थी को यदि शिक्षा चाहिए तो उसे आलस्य जैसे बड़े शत्रु को त्यागकर मेहनत व पूरी लगन के साथ आगे बढ़ना होगा। उन्होंने छात्रों को शिक्षा के प्रति सचेत करते हुए कहा यदि आप जीवन में सफलता को पाना चाहते हो तो समय के साथ चलो। समय पर कार्य करने से मनुष्य कभी किसी भी क्षेत्र में नहीं पिछड़ता।