– दूर दूर से आए कवियों और कवित्रीयों ने बांधा शमा,पर्यावरण बचाने का दिया संदेश
– वरिष्ठ छायाकार अजीज सिद्दीकी ने जन्मदिन पर लोगो को बांटे पौधे,शहर के कई हिस्सों में लगाया पेड़
लखनऊ।निहारिका साहित्य मंच” के तत्वाधान में गत वर्ष की भांति इस बार भी तीसरे “प्रकृति के रंग कवियों के संग” कार्यक्रम का आयोजन वन विभाग मुख्यालय के प्रेक्षागृह में संपन्न हुआ। उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार सुल्तान शाकिर हाशमी मौजूद थे।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध शायर मोहम्मद अली साहिल द्वारा की गयी।
इस अवसर पर पर्यावरण जागरूकता पर आयोजित कवि सम्मेलन में डॉक्टर रूपा पांडे,
डॉ.शोभा त्रिपाठी, डॉ.अलका अस्थाना,चेन्नई से आई डॉक्टर महिमा सिंह,सरिता त्रिपाठी,वंदना गुप्ता,रवि पांडे और संजय हमनवा,प्रदक्षिणा मिश्रा,उमा लखनवी,उमा लखनवी आदि ने अपनी प्रमुख काव्य रचनाएं प्रस्तुत करके लोगो को पर्यावरण बचाने के लिए संदेश दिया।इस अवसर पर वरिष्ठ छायाकार अज़ीज़ सिद्दीकी द्वारा सभी कवियों को पर्यावरण की रक्षा का संदेश देते हुए उनको पौधे देकर और शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।इस कवि सम्मेलन का संचालन डॉक्टर शोभा त्रिपाठी और सैय्यद गुलाम ने किया।
इस आयोजन में विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के महामंत्री अब्दुल वहीद,सचिव जुबैर अहमद और रीमा सिन्हा उपस्थित थे।
आयोजन में मिथिलेश लखनवी, प्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक डॉक्टर आदर्श त्रिपाठी, पत्रकार परवेज अख्तर,एन.आलम,जावेद बेग,सरफराज जाहिद,प्राप्ति मिश्रा शबाब नूर, मोहम्मद शादाब,जुबेर अहमद,तौसीफ हुसैन,आरिफ़ मुकीम,जमील मालिक,आलोक रस्तोगी,नवाज़ खान,अमरजीत कुरील, अवधेश सोनकर सहित बड़ी संख्या में गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।इस अवसर पर डॉक्टर रीमा सिन्हा,अध्यक्ष निहारिका साहित्य मंच ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।इससे पूर्व दोपहर में अपने जन्मदिन पर वरिष्ठ छायाकार अजीज सिद्दीकी ने प्राणी उद्यान सहित कई स्थानों पर 62 पेड़ लगाकर पर्यावरण रक्षा का अपना संकल्प दोहराया।समारोह को संबोधित करते हुए डॉक्टर सुलतान शाकिर हाशमी,मोहम्मद अली साहिल,अब्दुल वहीद ने कहा कि हम आक्सीजन के बिना जीवित नहीं रह सकते और आक्सीजन पेड़ पौधों से ही हम सबको मिलता है।इसलिए हम सबकी जिम्मेदारी है पेड़ लगाने की।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आप सब अपने जन्मदिन पर पेड़ लगाकर समाज को अच्छी आक्सीजन दिलाने का काम कर सकते हैं।