बस्ती 16 जुलाई वाल्टरगंज ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति करने के लिए स्थापित पानी की टंकी हाथी के दांत साबित हो रही है विगत 1 माह से जलापूर्ति पूरी तरह से बंद है जिसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है वहीं दूसरी तरफ सरकार द्वारा गांव गांव में शुद्ध जल आपूर्ति करने की दवा को खोखला साबित करती हुई दिखाई दे रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बस्ती जनपद के विकासखंड बस्ती सदर अंतर्गत ग्राम श्रीपालपुर के बड़ा बढ़या गांव में ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध जल आपूर्ति हेतु पानी की टंकी स्थापित किया गया था जिससे वाल्टरगंज कस्बा बड़ा बढ़या संग्रामपुर नंदा पुर बक्सई भरौली बाबू सहित अन्य गांव को जलापूर्ति होती रही लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते वर्तमान समय में सरकार की यह योजना हाथी के दांत साबित हो रही है ग्रामीणों का कहना है कि विगत 1 माह से पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी है जिसे देखने वाला कोई नहीं है और यहां पर ट्यूबल की देखरेख और जलापूर्ति के लिए किसी भी कर्मचारी की तैनाती भी नहीं है जब भी ट्यूबवेल खराब होता है तो गांव के आसपास के लोग चंदा इकट्ठा करके इसकी मरम्मत कराते हैं लेकिन विभागीय अधिकारी इसे देखने नहीं आता है ग्रामीणों का यह भी कहना है कि एक पूर्व कर्मचारी ट्यूबेल पर निवास करता है वही अक्सर आए दिन जल आपूर्ति का कार्य देखता था लेकिन ट्यूबेल में खराबी आने के कारण आपूर्ति पूरी तरीके से 1 माह से बंद है इस संबंध में संबंधित विभाग द्वारा किसी भी प्रकार का कोई कदम नहीं उठाया जिससे कि लोग शुद्ध पेयजल से वंचित होते जा रहे हैं बरसात के इस मौसम में शुद्ध जल के लिए ग्रामीण तरसते हुए देखे जा सकते हैं ग्रामीणों का यह भी कहना है कि ट्यूबेल के मरम्मत के लिए चंदा इकट्ठा किया गया है और जल्द ही इसका मरम्मत कराया जाएगा क्योंकि विभाग के तरफ से देखरेख करने के लिए जब कोई कर्मचारी ही आज तक नहीं आया तो ट्यूबल का मरम्मत कैसे हो सकता है क्योंकि हम सबकी मजबूरी है इसलिए लोगों से बात करके ट्यूबल मरम्मत कराने का प्रयास कर रहे हैं ग्रामीणों के इस आरोप से सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में शुद्ध जल आपूर्ति की बात कहना समझ में नहीं आता जबकि बस्ती जनपद के विभिन्न गांव में शुद्ध जल आपूर्ति के लिए ट्यूबेल और टंकी की स्थापना तेजी से की जा रही है लेकिन जो पहले से है उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है आखिर ऐसा कब तक चलता रहेगा इस संबंध में बस्ती विकास खंड अधिकारी से बात किया गया तो उनका कहना है कि इस संबंध में हमें कोई जानकारी नहीं है संबंधित सचिव से बात करेंगे।