बस्ती – आर्य समाज गांधी नगर बस्ती में योग शिक्षक सुभाष चन्द्र आर्य ने साधकों को प्राणायाम आसनों के अलावा योग विज्ञान का पाठ पढ़ाया। प्राणायाम कराते हुए कहा कि बड़े पद पर रहते हुए बड़ी जिम्मेदारियों का सामना करना पड़ता है इसे हल्का करने के लिए प्राणायाम को ध्यानपूर्वक किया जाना चाहिए। ध्यान के साथ प्राणायाम करने पर विशेष लाभ होता है। प्राणायाम के द्वारा हमारे शरीर के स्व उपचार, स्वक्षतिपूर्ति एवं स्वानुभूत ये तीन संस्थान जागृत होते है। स्वानुभूत संस्थान के जागृत होने से हमारे आहार, विहार, कर्म, क्रोध एवं स्वभाव पर नियन्त्रण हो जाता है तथा दुर्गुण, दुव्र्यसन एवं दुःख दूर हो जाते हैं। मन में प्रेम, दया, करुणा आदि के भाव प्रबल होते हैं तथा ईष्र्या, द्वेष, कटुता आदि के भाव समाप्त हो जाते हैं। हमारे शरीर में प्राण, अपान, व्यान, उदान एवं समान नामक पाॅच प्राण काम करते हैं जो हमारे शरीर के विभिन्न हिस्सों में कार्यरत रहते हैं। इन सबमें प्राण के ठीक रहने पर सभी ठीक प्रकार से कार्य कर पाते हैं। प्राण ठीक से कार्य करे इसके लिए प्राणायाम आवश्यक है। कहा कि हमारे शरीर में एक एक कोशिका प्राणायाम के द्वारा ही सही ढंग से कार्य करती है। चाहे प्लेटलेट कम हो या हीमोग्लोबिन प्राणायाम से सब समान्य अवस्था में आ जाते हैं। महर्षि पतंजलि ने प्राणायाम को ही जीवन कहा है। इस अवसर पर उन्होंने मोटापा, ब्लड प्रेशर एवं डायबटीज को नियन्त्रित करने वाले आसनों का अभ्यास कराया। इसके अलावा सूर्य नमस्कार तथा यौगिक जौगिंग का भी अभ्यास कराया गया। इस अवसर पर अल्पना पाण्डेय दीनानाथ शुक्ल, अनन्त कुमार पाण्डेय, हरमिन्दर कौर,पुष्पा सिंह, आभा मिश्रा, रंजना त्रिपाठी, शीला, लालपारी, सुनीता राजपूत, अर्चना, रेनू पाण्डेय, बबली शर्मा, सुभाष चन्द्र आर्य, हसनैन रिजवी, जवाहर यादव, भानु बाबू, अमित पांडेय राम अचल चौरसिया सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।