कुदरहा, बस्ती: ब्लाक परिसर में गुरुवार को सुबह 10 बजे सैकडो महिला व पुरुष कार्यालय खुलते ही धरने पर बैठ गयी। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत उजियांनपुर में सरकारी राशन की दुकान के चयन में ब्लाक कर्मी व ग्राम प्रधान बाहरी व्यक्तियों को पंचायत भवन में बैठक हाथ उठवा कर अपने चहेते कोटेदार का चयन कर लिए। हम सभी को अंदर ही नही घुसने दिए। खण्ड विकास अधिकारी ने घंटो ग्रामीणों को समझाया और दो सदस्यी टीम से तीन दिन मे जांच कराने के आश्वासन पर ग्रामीण घर वापस गए।
बुधवार को एडीओ पंचायत सुभाष चन्द्र, एडीओआईएसबी देवेन्द्र प्रसाद यादव, चौकी प्रभारी कुदरहा रामअशोक यादव, पंचायत सचिव गोरखनाथ यादव व ग्राम प्रधान अनीता के नेतृत्व में सैकड़ो ग्रामीणों की उपस्थिति में पंचायत भवन पर कोटे की चयन प्रक्रिया शुरु हुआ। जिसमें
दुर्गा स्वयं सहायता समूह की आशा देवी पत्नी राजकुमार का चयन हुआ था।
गांव के पवन कुमार, प्रमिला, रामदेव, प्रहलाद, कृष्ण नरायन, तुलसीराम, परशुराम, कृष्ण चंद्र, मंजू देवी, ममता कुमारी, इंद्रजीत, कमलावती देवी, निर्मला, रंजन, अनीता, महिमा, माया देवी, रोशनी सहित सैकडो राशन कार्ड धारकों ने खंड विकास अधिकारी के कार्यालय पर बैठ कर कोटा चयन में एक पक्षीय कार्यवाही का आरोप लगाया। ब्लड प्रेशर में सचिन गोरखनाथ यादव को देखते ही महिलाओं ने घेराव कर भडास निकालते हुए जमकर खरी खोटी सुनायी। खंड विकास अधिकारी आलोक कुमार पंकज की गाड़ी परिसर में पहुंचते ही ग्रामीणों ने ब्लाक का मुख्य द्वार घेर कर कक्ष में जाने से रोक लिया और बताया कि कोटे के चयन में ब्लाक कर्मी ग्राम प्रधान के कहने पर उनके चहेते का चयन कर दिया। हम लोगों का पंचायत भवन में घुसने ही नही दिया गया। हम लोग बार-बार अनुरोध किए लेकिन एक नहीं सुने। सभी ने कोटे का चयन फिर से कराने को कहा। बीडीयो के घंटो समझाने के बाद ग्राम माने और घर वापस गए।
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी आलोक कुमार पंकज ने बताया कि एड़ीओ समाज कल्याण व बीओपीआरडी की टीम बना कर जांच कराया जा रहा है। यदि अनियमिकता मिलती है तो फिर से चयन कराया जाएगा।
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