🕉️ *ओ३म्* 🕉️
*गाय विश्व की माता है*
सत्य सनातन वैदिक संस्कृति में गाय को केवल एक पशु नहीं अपित *माता की संज्ञा* दी ग ई है।जिस दिन भारत का संविधान भारत के लोगों द्वारा वैदिक संस्कृति के आधार पर होगा।जिस दिन भारत के राष्ट्रपति,प्रधान मंत्री,मुख्यमंत्री,न्यायाधीश,सेनापति वेद के विद्वान होंगे उसी दिन देश में *🐂 गो-हत्या पर १००% प्रतिबंध🐂* होगा। सत्य हर जगह एक ही होता है और उसकी एक ही व्याख्या होती हैउसी प्रकार में आपको यह सिद्ध करुंगा कि गाय सबके लिए पूजनीय है मगर जो *धर्म के विपरीत आचरण करने में शान समझते हैं* उन्होने ही गाय को भी पशु समझ कर उसे भोज्य पदार्थ बनाया है।अब सत्य को भी जानें और जनायें।
*🐂गाय+बायबिल🐂*
यहूदियों के त्योहार पर ईशा येरुशलम गये थे,वहां बहुत सी गाय,बैल,भेड़ ,कबूतरों को देखा और सबको भगाकर कहा तू किसी को मत मार।तू मेरे समीप पवित्र मनुष्य होकर रह।
*🐂गाय+इस्लाम🐂*
पैगंबर मुहम्मद साहब ने गाय को *जानवरों का सरदार* कहा है। कुरान शरीफ की शूर ए कोश में लिखा है। *गाय को मारने वाले खुदा* के यहां माफ नहीं होते। शूर ए हज में लिखा है। *हरगिज नहीं पहुंचेगा अल्लाह के पास गाय का खून व गोश्त उसके पास पहुंचती है तुम्हारी परहेज गारी*।
🏵️ *विराट आश्चर्य*🏵️
मुसलमान व ईसाई जमकर मांसाहार करते हैं। मगर कोई ईसाई *गिरजाघर* में पशु वध नहीं करते।मुसलमान *मस्जिद* में कुर्बानी नहीं करते ।मगर हिंदुओं में आज भी मंदिरों में भगवान को पशुओं का भोग लगाते हैं यद्पि खाता मनुष्य ही है देवता तो बदनाम किए जिते हैं।
*🐂गाय+गुरुगोविंद🐂*
सिक्खों के दशम ग्रंथ में गुरुगोविंद सिंह जी लिखते हैं।
*यह आज्ञा तर्क को खचांऊं*
*गौ-घात का दुख जगत से मिटाऊं।*
*आस पूर्ण करो हम तुमरी!*
*मिटे कष्ट गौअन छुटे खेद भारी*
*🐂गाय+पारसी🐂*
पारसियों के धार्मिक *उत्सव निरंग दीन* में बैल के मूत्र को एकत्रित कर उसे अभिमंत्रित किया जाता है।बाद में उसका आचमन व अंगलेपन होता है।
*🐂 गाय+शिवाजी*🐂
शिवाजी को इतिहास में *गौ और ब्राह्मण प्रतिपालक* कहते थे।उनके राज्य में गो-हत्यारे को विना विचारे मृत्यु दंड था।आज भी ये कानून बन जिए तो गो-हत्या ब़द हो जायेगी।
*🐂गाय+कबीर🐂*
दिन में रोजा रखत है।
रात हनत है गाय।।
इतै खून उतै बंदगी।
कैंसे खुशी खुदाय??
*🐂गाय और वेद🐂*
वेद ईश्वरीय वाणी और सृष्टि संविधान की पहली धर्म पुस्तक है।वेद में प्राणि मात्र की हिंसा वर्जित है ।प्रमाण देखें।
*ओ३म् यदि नो गां हंसि यद्अश्वं यदि पूरुषम्।*
*तं त्वा सीसेन विध्यामो यता नो असो अवीरहा।।*
अथर्वेद१/१६/४ अर्थात् जो तुम्हारी गाय,घोड़े व विद्वानों को हानि पहुंचाये उसे शीशे की गोली से मार देना चाहिए।
*🐂गाय+आर्य समाज🐂*
आर्य समाज के संस्थापक *महर्षि दयानंद सरस्वती* जी ने महारानी विक्टोरिया के नौकर (भारत में कर्नल) ब्रुक्श से कहा *अपनी महारानी विक्टोरिया से जाकर कह दो कि अंग्रेजी शासन पर जो गौ-वध का कलंक लगा है उससे भारतीय प्रजा असंतुष्ट है।*
भारत की *प्रथम गौ-शाला हरियाणा के रिवाड़ी में महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने अपने हाथों से स्थापित किया*
२९ दिसंबर १८१८१ में स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने गौ-रक्षा का प्रश्न मुंब ई में उठाया और *तीन करोड़ हस्ताक्षर* करवा कर महारानी विक्टोरिया को दिया मगर *लार्ड लिंटन* ने यह कहकर प्रस्ताव ठुकरा दिया कि मुसलमान भी हमारी प्रजा है हम उन्हे असंतुष्ट नही कर सकते। *यही बीमारी आज भी नेताओं को लगी है ओट बैंक की* इसीलिए गो-हत्या जारी है।
🐂 *गौ-हत्या के कारण*🐂
हमारे देश का संविधान व तुष्टीकरण की राजनीति के कारण आज भी गौ-माता मारी जाती है।जिसके मुख्य चार कारण हैं।
*[१]* डीजल व पेट्रोल आधारित अर्थतंत्र।
*[२*] कृषि उत्पाद में रासायनिक खादों का उपयोग।
*[३]* तुच्छ व तुष्टीकरण की अवसर वाद की राजनीति।
*[४]* विदेशी पूंजी कमाना,बढ़ते हुए कल-कारखाने एवं केंद्रीकरण।
🌹 *युवकों से अपील*🌹
आज की वर्तमान पीढ़ी से निवेदन है कि कुत्तों की जगह गाय पालें और राम श्रीकृष्ण से वीर बनें *एक कुत्ता पालने पर १००००(दश हजार) का खर्च आता है मिलता क्या है?🍁 पोटी,रेवीज,और रोग🍁।मगर गाय पालने में तीन हजार का खर्च है मिलता है दूध ,दही,घी,आरोग्यता। फैसला आपको करना है?*
इंग्लैंड के तत्वज्ञानी डां वनार्ड शा कहते थे!
*खुदा राजी होता नहीं उस वशर पर।*
*न हो दर्द की चोट जिसके जिगर पर!*
*करो!मेहरबानी अहले जमीं पर।*
*खुदा राजी होगा अर्श बरी पर।।*
इस परं पावन 🐂*गो-संवर्धन*🐂 पर आप सबको हार्दिक शुभकामनाएं।
आचार्य सुरेश जोशी
*वैदिक प्रवक्ता*
आर्यावर्त साधना सदन
पटेल नगर बाराबंकी उत्तर प्रदेश।।