उर्दू अदब का एक चमकता सितारा शायर इमरान गोंडवी,,,,


अनुराग लक्ष्य, 11 सितंबर
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी
मुम्बई संवाददाता ।
,,, सारा ज़माना झूम उठा सरकार की आमद आमद है
आमिना तेरे घर में शह ए अबरार की आमद आमद है,,,
उपरोक्त पंक्तियों में आप इमरान गोंडवी के शेरी फन और म्यार को बखूबी समझ सकते हैं, कि उन्हें गज़लों गीतों के इलावा नात गोयी में भी भरपूर महारत हासिल है।
मोहतरम इमरान गोंडवी उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से ताल्लुक रखते हैं और मुंबई में पिछले 20 सालों से मुशायरे और कविसम्मेलनों में अपनी भरपूर उपस्थिति दर्ज करा कर एक कामयाब शायर की हैसियत रखते हैं।
एक लंबे अरसे बाद मेरी मुलाकात हुई, तो बातों ही बातों में उन्होंने अदब और साहित्य में आई गुटबाजी और ओछेपन पर अपनी परितिकीर्या भी मुझसे साझा करते हुए कहते हैं कि बड़े दुख की बात है सलीम साहब के अब न वोह शायरी दिखाई पड़ती है और न ही वोह अदब नवाज़ जो अपने फिक्र ओ फन की वजह से जाने और पहचाने जाते थे।
बारह रबीउल अव्वल के मौके पर उन्होंने अपनी नात ए पाक के कुछ अशआर भी सुनाए,
,, आदम से ता ईसा जिसका मुजदह सुनाते आए हैं
धरती पर उस नबियों के सरदार की आमद आमद है,,,
,, देखके ऐ इमरान हबीब ए दावर का नूरी मुखड़ा
झूम के काबा बोल उठा सरकार की आमद आमद है,,,
अनुराग लक्ष्य का शुक्रिया अदा करते हुए उन्होंने कहा कि आपका यह मिशन बहुत ही कामयाब है। आप सामाजिक सरोकारों के साथ अदब और साहित्य को जो समृद्ध कर रहे हैं। उसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है।