भारत विकास परिषद जौनपुर ने 4 जुलाई को विवेकानन्द की पुण्यतिथि विवेकानन्द पार्क रासमंडल जौनपुर मे मनाया।कार्यक्रम की शुरुआत वन्देमातरम गीत से हुआ।भारत विकास परिषद जौनपुर के शाखाध्यक्ष शिवकुमार ने बताया कि
स्वामी विवेकानंद ने 04 जुलाई 1902 को गंगा नदी के बेलूर मठ के एक शांत कमरे में महासमाधि ली. उस समय उनकी उम्र 39 साल 05 माह और 24 दिन थी।हिन्दू धर्म के पुनरूत्थान के पुरोधा थे। महापुरुष जयंती के प्रकल्प प्रमुख सतेंद्र अग्रहरि जी ने कहा आज का युवा स्वामी विवेकानन्द के जीवन बहुत सीख सकता।स्वामी विवेकानन्द एक गुरू भक्त, महिलाओ का सम्मान, हाजिर जवाब,कुशल वक्ता,बहुत सी विशेषता उनके जीवन काल की है।उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए।”ये सद वाक्य हर युवा मे जोश-उत्साह भर देता है।सभी बन्धुओ अपने विचार पुण्यतिथि पर रखे।कार्यक्रम मे प्रान्तीय नशा मुक्ति के प्रकल्प दिलीप जायसवाल,जिला समन्वयक नीरज श्रीवास्तव, पूर्व अध्यक्ष भृगुनाथ पाठक, अवधेश गिरी,कोषाध्यक्ष शरद साहू,वरिष्ठ उपाध्यक्ष अतुल सिंह,आय व्यय प्रमुख दिवाकर गुप्त,राजेन्द्र निगम,अजय गुप्ता,उदय प्रताप, व सम्मानित नागरिक बन्धु की उपस्थित रही।कार्यक्रम का संचालन समग्र ग्राम विकास प्रमुख प्रभात भाटिया ने किया कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गीत के हुआ। आभार अमन जायसवाल ने व्यक्त किया।