दूषित पानी पीने से ग्रामीणों को अब बचाएंगी जल सखी 

-ग्राम पंचायतों में पानी की गुणवत्ता परखेंगी जल सखी

-एक्शन फॉर रूरल डेवलपमेंट करेगा जल सखी को प्रशिक्षित

– हर पंचायत में चयनित होंगी पांच-पांच महिला जल सखी

बस्ती । गांव के लोगों को दूषित पानी पीने से अब जल सखी बचाएंगी। इसके लिए हर गांव से पांच- पांच जल सखियों का चयन किया जाएगा। जिले में करीब छह हजार जल सखियों सक्रिय कर उनको प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है। जिससे कि हर गांवों में आसानी से पानी की गुणवत्ता की जांच की जाएगी। जिले में 1185 ग्राम पंचायतें हैं। इन गांवों में रहने वाले लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की मंशा है। ताकि ग्रामीण दूषित पानी न पियें। पूर्व में भी जल सखी की तैनाती के लिए कार्रवाई की गई थी। अब शासन ने इस पर फिर से पहल शुरू कर दिया है। इस बार प्रशिक्षण की जिम्मेदारी एक्शन फॉर रूरल डेवलपमेंट को दिया गया है। प्रत्येक गांवों से पांच-पांच महिलाओं का जल सखी के रूप में पंजीकरण होगा। इसके बाद इन्हें तीन स्टेप में बारीकी से प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें पहला प्रशिक्षण गांव स्तर, दूसरा प्रशिक्षण ब्लाक और तीसरा प्रशिक्षण जिला स्तार पर दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं को पानी की गुणवत्ता जांचने के लिए पूरी तरह से परिपक्व किया जाएगा। इसके जल सखियों को पानी की गुणवक्ता जांचने के लिए किट देकर गांवों में भेजा जाएगा। जल सखियों को जांच कर रिपोर्ट को विभागीय पोर्टल पर अपलोड करना होगा।

 

एनआरएलएम के जरिए होगी जल सखी की तैनाती

 

सीडीओ डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने बताया कि जिले की सभी ग्राम पंचायतों में जल सखियों का चयन किया जाना है। इनका प्रशिक्षण भी गांव स्तर पर कराया जाएगा। इसके बाद ब्लाक और जिला स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।

 

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