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अनुराग लक्ष्य, 18 अगस्त
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी
मुम्बई संवाददाता।
इसमें कोई शक नहीं के ज़िंदगी और मौत उसी के हाथ है जो इस कायनात का पालनहार है, चलाने वाला है। यह सच्चाई उस समय चरितार्थ हो गईं, जब अटल सेतु के समंदर में एक महिला गिरने वाली थी।
मामला कुछ यूं था कि शुक्रवार को शाम 7 बजे मुलुंड निवासी रीमा मुकेश पटेल एक टैक्सी से अटल सेतु समंदर पहुंची, और टैक्सी से उतरकर वोह पुल के किनारे रेलिंग पर बैठ गई। इसके बाद पुलिस का एक गशती वाहन वहां से गुजरता है। और महिला को रेलिंग पर बैठे हुए देख कर वाहन रुक जाता है। महिला पुलिस कर्मियों को अपनी तरफ आता देख कर जाने क्यों हड़बड़ा जाती है। और अचानक रेलिंग से समंदर में छलांग लगा देती है। लेकिन तब तक पास खड़ा टैक्सी ड्राइवर नीचे गिर रही महिला के बाल को पकड़ लेता है और ऊपर खींचने की कोशिश करने लगता है। इसी बीच पुलिस के चार जवान भी आ जाते हैं। और उक्त महिला को समंदर में गिरने से बचा लेते हैं। महिला ने बाद में यह बताया कि वो पुलिस कर्मियों को नजदीक आते हड़बड़ाहट में अपना संतुलन खो बैठी थी, लेकिन वो किस उद्देश्य के तहत टैक्सी लेकर अटल सेतु गई थी, इसका खुलासा नहीं हो सका है।