कमजोर बच्चों को उपचारत्मक शिक्षण प्रदान करें शिक्षक – जेडी
बस्ती। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में सोमवार को माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों का उपचारात्मक शिक्षण आधारित मास्टर ट्रेनर हेतु पांच दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण का शुभारंभ संयुक्त शिक्षा निदेशक बस्ती मंडल डॉ ओमप्रकाश मिश्र, डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल तथा जिला विद्यालय निरीक्षक जगदीश प्रसाद शुक्ल ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित करके किया। प्रशिक्षण में बस्ती मंडल के तीनों जिलों बस्ती, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर के शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। शिक्षकों को संबोधित करते हुए संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ ओम प्रकाश मिश्र ने कहा कि एक शिक्षक होने के नाते हमारा यह नैतिक तथा सामाजिक कर्तव्य है कि अपनी कक्षा के कमजोर बच्चों को पहचान कर उसे उपचारात्मक शिक्षण प्रदान करें जिससे वह अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो सकें। डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल ने कहा कि जिस प्रकार उपचार किसी बीमारी का किया जाता है उसी प्रकार शिक्षा में उपचार तब आवश्यक हो जाता है जब बच्चा पाठ्यक्रम के अपेक्षित परिणाम हासिल नहीं कर पाता। यह प्रशिक्षण आपके कुशलता में धार देने का कार्य करेगा तथा शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। जिला विद्यालय निरीक्षक जगदीश प्रसाद शुक्ल ने कहा कि ज्ञान के क्षेत्र में पूरा विश्व विविध वैज्ञानिक तथा तकनीकी विकास के कारण तीव्र परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। समस्त शैक्षिक सुधारों का मूलभूत सोपान शिक्षक ही होता है।संदर्भदाता के रूप में डायट प्रवक्ता वंदना चौधरी, अलीउद्दीन, डॉ गोविन्द प्रसाद, कुलदीप चौधरी, राकेश राय, कुमकुम, जितेन्द्र कुमार, गंगाधर आदि ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का परिचय अनुशंसाएं, उपचारात्मक शिक्षण, माध्यमिक शिक्षा के विशेष परिप्रेक्ष्य में लर्निंग आउटकम, डिजिटल लाइब्रेरी, शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में अकादमिक नेतृत्व, शिक्षा में प्रौद्योगिकी का प्रयोग, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास तथा मूल्यांकन एवं आकलन आदि विभिन्न संदर्भित विषयों पर विस्तृत प्रकाश डाला।
इस अवसर पर डायट प्रवक्ता अलीउद्दीन, डॉ रविनाथ, डॉ गोविन्द प्रसाद, वंदना चौधरी, सरिता चौधरी, कल्याण पाण्डेय, शशि दर्शन, कुलदीप चौधरी, वर्षा पटेल, अमनसेन आदि उपस्थित रहे।