लखनऊ - योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार सितंबर में भूमि पूजन समारोह में अयोध्या के लिए 2580 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू करेगी। सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि ये परियोजनाएं 99,680 लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेंगी। इस साल 10-12 फरवरी को लखनऊ में आयोजित तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस-23) में अयोध्या के लिए 45,402 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। जीआईएस-23 में निवेशकों ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ जिस समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे, उसके कार्यान्वयन के लिए ग्राउंड-ब्रेकिंग समारोह प्रस्तावित किया गया है।
एमओयू के अनुसार, मंदिर शहर में 79 इकाइयां स्थापित की जानी थीं। इनमें से करीब 26 इकाइयों में उत्पादन शुरू हो चुका है। उद्योग विभाग के उपायुक्त अमरेश कुमार पांडे ने कहा कि समारोह में 2580.37 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। योगी आदित्यनाथ सरकार अयोध्या को देश के धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में प्रचारित करने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी पैदा करना चाहती है। प्रवक्ता के अनुसार, राज्य में गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद पसंदीदा निवेश स्थल के रूप में उभरे हैं। राज्य सरकार को जीआईएस-23 में एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाले निवेशकों से इन दो जिलों में जमीन की सबसे अधिक मांग मिली है। गाजियाबाद में सबसे अधिक 157 भूखंडों की मांग आई और सरकार 18 भूखंडों की उपलब्धता सुनिश्चित करने में सफल रही है। गौतमबुद्धनगर के लिए सरकार को 93 भूखंडों की मांग प्राप्त हुई है और उनमें से 36 भूखंड निवेशकों को उपलब्ध करा दिए गए हैं। राज्य की राजधानी में 72 की मांग के मुकाबले 46 प्लॉट उपलब्ध कराए गए हैं। अलीगढ़ में 51 की मांग के मुकाबले 42 प्लॉट उपलब्ध कराए गए हैं।