लखनऊ। योगाचार्य की देखरेख में गर्भवती महिलाओं व परिवार को सदस्यों को योगाभ्यास कराया गया। मंगलवार को संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के मातृ एवं प्रजनन स्वास्थ्य विभाग द्वारा ‘गर्भावस्था के दौरान योग’ पर सत्र आयोजित किया गया। जिसमें गर्भवती, प्रसवोत्तर महिलाओं व परिवार के सदस्यों, कर्मचारियों,डॉक्टरों सहित लगभग 60 लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।वहीं योगाचार्य एसके मिश्रा ने बताया कि प्रारंभिक और अंतिम गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को ताड़ासन, त्रिकोणासन, बद्धकोणासन सहित विभिन्न आसन और भस्त्रिका एवं नाड़ी शोधन प्राणायाम की बारिकियां सिखाई। उन्होंने प्रसव के बाद वजन घटाने, लचीलापन बढ़ाने और ताकत हासिल करने में आसनों की भूमिका पर जोर दिया और इसके लिए विभिन्न आसन जैसे अर्धचक्रासन, शशकासन, सर्पासन, भुजंगासन, शलभासन, पदोत्तानासन, पवनमुक्तासन सिखाया गया।इसी क्रम में संस्थान निदेशक प्रो.आरके धीमन ने मां और बच्चे दोनों के लिए योग के लाभों पर जोर देते हुए महिलाओं को नियमित रूप से योग करने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही डीन, प्रोफेसर शालीन ने भ्रूण में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने और जन्म के समय वजन में सुधार के लिए योग की भूमिका पर जोर दिया। वहीं कार्यक्रम का संचालन कर रही डॉ.नीता सिंह द्वारा किया गया। इसके अलावा चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर वीके पालीवाल ने चिंता, तनाव, मूड में बदलाव और प्रसवोत्तर अवसाद को दूर करने में योग की भूमिका पर जोर दिया।