बस्ती – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में सेवा सुशासन और गरीब कल्याण के सफलतम नौ वर्ष पूर्ण होने पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित “महा जनसंपर्क अभियान” के अंतर्गत पंडित अटल बिहारी वाजपेयी प्रेक्षागृह में स्वयं सहायता समूह, बैक सखी, कृषि सखी, पशु सखी, केयर टेकर, विधुत सखी की बहनों से सांसद हरीश द्विवेदी ने मातृशक्ति योजनाओ पर संवाद स्थापित किया। इसमें बस्ती जनपद के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने हिस्सा लिया। इस सम्मेलन में मोदी सरकार द्वारा संचालित स्वरोजगार एवं महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए किये गये कार्यो की सांसद हरीश द्विवेदी द्वारा जानकारी प्रदान की गई। सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा महिलाएं सशक्त हैं, चाहे तो दुनिया में बड़े से बड़ा काम कर सकती हैं। बस्ती में कुल 15700 सहायता समूह है जिसमें 157270 परिवार जुड़ा है। सांसद ने कहाँ भाजपा सरकार ने मातृशक्ति के लिए उज्ज्वला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ो, सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना, फ्री सिलाई मशीन योजना, समर्थ योजना, सुकन्या समृद्धि जैसी योजनाओ से लाभान्वित हो रही है। पिछली शताब्दी के भारत और इस शताब्दी के ‘नए भारत’ में एक बहुत बड़ा अंतर हमारी नारी शक्ति के प्रतिनिधित्व के रूप में आया है। आज के नए भारत में पंचायत भवन से लेकर राष्ट्रपति भवन तक नारीशक्ति का परचम लहरा रहा है। जिस भी सेक्टर में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ा है, उस क्षेत्र में, उस कार्य में सफलता अपने आप तय हो जाती है। स्वच्छ भारत अभियान की सफलता इसका बेहतरीन उदाहरण है, जिसको महिलाओं ने नेतृत्व दिया है। सांसद ने ये भी कहा कि पिछले 8 वर्षों में स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने में प्रधानमंत्री जी हर प्रकार से सम्भव मदत कर रहे है। आज बस्ती जनपद में ही में 8 करोड़ से अधिक बहनें इस अभियान से जुड़ी हैं। हमारा लक्ष्य है कि हर ग्रामीण परिवार से कम से कम एक बहन इस अभियान से जुड़े। उन्होंने आगे कहा कि गांव की अर्थव्यवस्था में, महिला उद्यमियों को आगे बढ़ाने के लिए, उनके लिए नई संभावनाएं बनाने के लिए हमारी सरकार निरंतर काम कर रही है। ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ के माध्यम से हम हर जिले के लोकल उत्पादों को बड़े बाज़ारों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
इस मौके पर दिलीप पाण्डेय, विद्यामणि सिंह, अमृत कुमार वर्मा, अवनीश सिंह, राम प्रताप सिंह, ज्योति, निर्मला, रामकुमारी देवी, शीतला देवी सहित स्वयं सहायता समूह, बैक सखी, कृषि सखी, पशु सखी, केयर टेकर, विधुत सखी की बहने मौजूद रही।