ढकवा (प्रतापगढ़),आसपुर देवसरा के ढकवा उपकेंद्र में संविदा कर्मियों के साथ काम करने वाले निजी लाइनमैन की गुरुवार सुबह फ्यूज जोड़ते समय करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। परिजनों ने उपकेंद्र कर्मियों पर शटडाउन लेने के बाद भी आपूर्ति बहाल करने का आरोप लगाते हुए ढकवा में वाराणसी-लखनऊ हाईवे पर शव रखकर जाम लगा दिया। पुलिस के समझाने पर हाईवे से शव लेकर उपकेंद्र पहुंचे और कर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा करने लगे।
आसपुर देवसरा के छतौना गांव निवासी राजमिस्त्री राम सनेही निषाद के चार बेटों में दूसरे नंबर का 24 वर्षीय जितेंद्र निषाद ढकवा विद्युत उपकेंद्र में निजी लाइनमैन के रूप में काम करता था। वह संविदा लाइनमैन के साथ इलाके में मरम्मत कार्य करता था। गुरुवार सुबह करीब 8 बजे ढकवा नंबर पंचायत के रौजा वार्ड में 11 हजार केवीए की लाइन से 440 केवीए के ट्रांसफॉर्मर का फ्यूज जोड़ रहा था। इस दौरान करंट की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गया। मौके पर मौजूद लोग उसे जौनपुर के बदलापुर सीएचसी ले गए। वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। जानकारी परिजन भी पहुंचे और शव लेकर ढकवा नगर पंचायत पहुंचे। यहां वारणसी-लखनऊ हाईवे पर शव रखकर जाम लगा दिया। इससे दोनों ओर से आवागमन ठप हो गया। परिजन शटडाउन लेने के बाद भी आपूर्ति बहाल करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे। हाईवे जाम करने पर कुछ लोग मुकदमा दर्ज होने की बात करने लगे तो करीब डेढ़ घंटे बाद परिजन शव लेकर उपकेंद्र पहुंच गए। उपकेंद्र के कर्मचारी भाग निकले। परिजन वहां शव रखकर हंगामा करने लगे। तहसीलदार मनोज कुमार राय उपकेंद्र पर पहुंचकर परिजनों को आर्थिक मदद और कार्रवाई का आश्वासन देते रहे। फिर भी परिजन विद्युत आपूर्ति बहाल करने वाले कर्मचारियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर उपकेंद्र पर डटे रहे।