संस्कृति विभाग, पर्यटन विभाग, एवं संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान कलाकारों ने दिखाई प्रतिभा

 

महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या l सम्पूर्ण भारतवर्ष की आत्मा श्री राम में बसती है। प्रभु श्री राम के नवनिर्माण मंदिर एवं प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश एवं संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सभी सात सांस्कृतिक केन्द्रों के संयुक्त प्रयास से प्रभु श्रीराम की नगरी में रामोत्सव-2024 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संस्कृति विभाग द्वारा तुलसी उद्यान में मंच बनाया गया जिसका संचालन उ0प्र0 लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान लखनऊ ने किया। 14 जनवरी 2024 से 24 मार्च, 2024 तक आयोजित कार्यक्रमों को बढ़ाकर श्री रामनवमी 17 अप्रैल 2024 तक किया गया। 92 वें दिवसीय अनवरत चले इस आयोजन में भारत के सभी 07 सांस्कृतिक केन्द्रो द्वारा 27 राज्यों के 110 दलो ने प्रतिभाग किया जिसमें से कुल 1549 कलाकारों द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया गया। उ0प्र0 लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान लखनऊ द्वारा उत्तर प्रदेश के 54 जनपदों तथा भारत के 06 अन्य राज्यों से कलाकार दलांे को प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया गया जिसमें 290 दलों के 2266 कलाकारों द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन तुलसी उद्यान मंच पर किया। तुलसी उद्यान मंच पर सोन चिरैया संस्था द्वारा भक्ति उत्सव कार्यक्रम मंें 210 कलाकारों ने प्रदर्शन किया। रामोत्सव के अन्तर्गत शौर्य पर्व (मार्शल आर्ट) का आयोजन किया गया जिसमें 250 से भी अधिक कलाकारों द्वारा भारत की शौर्य गाथाओं को प्रदर्शित करती उनकी कलाओं का प्रदर्शन किया गया। जिसे वर्ल्ड रिकार्डस बुक ऑफ इण्डिया द्वारा वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया।
तुलसी उद्यान मंच पर विभिन्न राज्यों से आये लोक कलाकारों द्वारा लोक गीत, लोक नृत्यों का प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही तुलसी मंच में सेलेब्रिटी कलाकारों की धूम रही। पद्मविभूषण से अलंकृत पं0 हरिप्रसाद चौरसिया, पद्मश्री मालिनी अवस्थी, पद्मश्री अनूप जलोटा, पद्मश्री अजीता श्रीवास्तव, पद्मश्री उर्मिला श्रीवास्तव, शर्मा बन्धू, श्री कन्हैया मित्तल, सुश्री ममता जोशी, श्री सुनील योगी जैसे विशिष्ठ कलाकारों द्वारा मंच सुशोभित हुआ। इसके अतिरिक्ति मॉरिशस, लाओस, इंडोनेशिया, मलेशिया, श्रीलंका, दुबई, फ्लोरिडा जैसे देशों से आये 200 से भी अधिक कलाकारों द्वारा प्रदर्शन किया गया। तुलसी उद्यान मंच अकेला ऐसा मंच रहा जो प्रभु श्री राम के नवनिर्माण मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले आरम्भ होकर श्री राम नवमी तक निरन्तर 92 दिन तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का गवाह बनां। कुल 5182 कलाकारों द्वारा लोक कला, लोक गायन, लोक नृत्य, शास्त्रीय-उपशास्त्रीय गायन व नृत्यों का प्रदर्शन यिका गया।
इस सफल आयोजन के लिए सभी सांस्कृतिक केन्द्रों के निर्देशक, कलाकार, प्रेस मीडिया, सोशल मीडिया, उद्घोषक, स्थानीय प्रशासन के सभी अधिकारी, टेन्ट सिटी के सभी कर्मचारी आदि बधाई के पात्र है जिनके अथक परिश्रम से यह आयोजन कुशलता पूर्वक कला जगत में अपनी छाप छोड़ेगा।

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