बस्ती – श्रीराम पब्लिक स्कूल पुराना डाकखाना में विधि विधान से ज्ञान की देवी मां सरस्वती की प्रार्थना,शिक्षा के संकल्प के साथ नवीन सत्र का शुभारंभ छात्रों के स्वागत के साथ हुआ।स्कूल के एम.डी.राजेश कुमार चौधरी ने छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा मनुष्य के जीवन का सबसे कीमती तोहफा है जो व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल देती है और संस्कार मनुष्य के जीवन का सार हैं। अच्छे संस्कारों द्वारा ही मनुष्य के व्यक्तित्व का निर्माण और विकास होता है और जब मनुष्य में शिक्षा और संस्कार दोनों का विकास होगा, तभी वह परिवार, समाज और देश का विकास कर सकेगा। परन्तु आज के समय में शिक्षा सिर्फ किताबी ज्ञान तक ही सीमित रह गई है जबकि शिक्षा का असली उद्देश्य चारित्रिक ज्ञान है।
आज के माता-पिता और शिक्षकों का यह कर्तव्य होना चाहिए कि बच्चों को सदा सच्चाई के मार्ग पर चलना सिखाएं, उन्हें दूसरों की मदद के लिए प्रेरित करें, माता-पिता, शिक्षक और बड़ों का सम्मान करना सिखाएं, ईश्वर पर विश्वास रखना सिखाएं, उन्हें सहनशील, कर्तव्यनिष्ठ बनाएं तथा सभी से प्रेमपूर्वक व्यवहार करना सिखाएं। मनुष्य अपने जीवन में जो डिग्री हासिल करता है वह सिर्फ एक कागज का टुकड़ा मात्र है, जबकि व्यक्ति की असली डिग्री उसके संस्कार हैं, जो उसके व्यवहार में झलकते हैं।