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अनुराग लक्ष्य, 3 फरवरी
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी,
मुम्बई संवाददाता ।
मसला यह नहीं कि मसले का हल कौन करे, मसला यह है मसले का पहल कौन करे, तो लीजिए साहब पहल हो गई है। और उसी के द्वारा हुई है, जिसने यह सीख दी कि ऊर्जा संरक्षण कैसे किया जाए। इस संदेश की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। इस संदेश की पहल खुद ग्लोबल ग्रीन्स के अध्यक्ष और ख्यातिलब्ध उधघोशक संजय पुरुषार्थी ने अपनी यशस्वी सुपुत्री यशी की विवाह के शुभ अवसर पर कर दिया।
*भारतीय सनातन धर्म की प्राचीन पौराणिक मान्यताओं और वेद व उपनिषदों के* *अकाट्य सत्य के अनुसार पुत्री यशीश्री के विवाह का पाणिग्रहण संस्कार “सूर्यदेव तथा अग्निदेव” को साक्षी मानकर दिनांक 17 फरवरी 2024 को पूर्वाह्न 11:30 से अपराह्न 01:15 के मध्य Hotel PRAYAG INN प्रयागराज में चिंरजीवी सौरभ सिंह के साथ सम्पन्न किया जाना सुनिश्चित है जिसमें आप सस्नेह सादर आमंत्रित हैं ll
*पुत्री यशीश्री के स्मृतिशेष छोटे चाचा ग्लोबल ग्रीन्स के संस्थापक अध्यक्ष एवं महान पर्यावरणविद् पेड़ प्यास पानी और प्रकृति के संरक्षक मनोज श्रीवास्तव मुरारी एवं विख्यात पर्यावरणविद् रेवांश माॅ नर्मदा सुत स्मृतिशेष ताऊ जी डाॅ. पंकज श्रीवास्तव से प्रेरित तथा स्मृतिशेष मनोज चाचा द्वारा ध्वनि प्रदूषण,ऊर्जा संरक्षण,एवं “उतना ही लो थाली में बेकार ना जाए नाली में” अन्न संरक्षण आदि पर किए गए कार्यों को अपने जीवन में आत्मसात करने ग्रहण करने के संकल्प के परिप्रेक्ष्य में प्राचीन सनातन संस्कृति का पालन एवम् अनुसरण करते हुए उक्त मांगलिक आयोजन भगवान की असीम अनुकम्पा से किया जा रहा है l उतना ही पानी है लेना ताकि नई पीढ़ी के जीवन में लिखना ना पड़े रोना ll*
जल ज़मीन जीवन सभी के संरक्षण के लिए उनका यह प्रयास विगत 18 वर्षों से *ग्लोबल ग्रीन्स* के विभिन्न नवीन किन्तु जनहित में किए गए अनगिन सफल प्रयासों की श्रृंखला का ही हिस्सा है। उनका कहना है कि आओ कुछ सीखें और कुछ सिखाएं, जिससे हम और आप पूरे समाज को स्वस्थ रख सकें।