अनुराग लक्ष्य, 18 जनवरी
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी,
मुम्बई संवाददाता ।
,,,,, शह ए अजमेर के दाता मेरे ख्वाजा मेरे ख्वाजा
दो आलम में भी हैं आला मेरे ख्वाजा मेरे ख्वाजा
जो दिन शोले उगलते हों और रातें हों कयामत सी
वहां भी आपका साया मेरे ख्वाजा, मेरे ख्वाजा,,,,
हिंदुस्तान के वालियों के सरदार हजरत ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह का 812 वें उर्स मुबारक के मौके पर मुंबई में चारों तरफ अकीदत और मुहब्बत के नज़राने पेश किए जा रहे हैं।
धरावी युवा मंच के तत्वाधान में भी ख़्वाजा गरीब नवाज़ की अकीदत और मुहब्बत में पूरे जोश ओ खरोश के साथ के साथ नजर आए। इसी तरह मुंबई के डोंगरी, भाईखल्ला, मोहम्मद अली रोड, जकरिया रोड़, वडाला, सायन, दादर, बांद्रा, माहिम, चीता कैंप, गोवंडी, कुर्ला, सहित पूरी मुंबई में ख़्वाजा गरीब नवाज़ की याद में अपने अपने अंदाज़ में अकीदत के फूल बरसते नज़र आए ।