अनुराग लक्ष्य, 11 नवंबर
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी,
मुम्बई संवाददाता ।
हमारे देश की तहज़ीब, संस्कृति, और सभ्यता पूरी दुनिया में मशहूर है और शायद हमारे तेव्हारों का इसमें बहुत बड़ा योगदान भी रहा। दूरियां हमेशा नजदीकियों में तब्दील हो ही जाती हैं।
यह सच्चाई हमें महाराष्ट्र की सेयासी जमीन के दो ऐसे चेहरे शरद पवार और अजीत पवार के बीच भी दिखाई देती है। राजनैतिक कारड़ों से भले ही पूरे साल खींचतानी और दूरियां बनी रहती हैं लेकिन तेव्हारों पर यह दोनो परिवार एक दूसरे को नहीं भूलते।
पारिवारिक कार्यक्रमों में चाचा भतीजे एक दूजे के साथ पूरे परिवार के साथ ज़रूर नज़र आते हैं। आपको बताते चले दीपावली जैसे बड़े तेवहार पर पूरा परिवार एक साथ होता है और एक दूसरे को दिल खोलकर दीपावली की शुभकामनाएं पेश करते हैं। भाई दूज के दिन सुप्रिया सुले अपने सभी भाइयों की पारंपरिक तरीके से आरती भी उतारती हैं।
अभी हाल ही में पुणे में एक स्कूल के इमारत के उद्घाटन समारोह कार्यक्रम में शरद पवार और अजीत पवार साथ साथ दिखाई दिए, इस दौरान सुप्रिया सुले ने कहा कि हमारी राजनैतिक जिम्मेदारियां भले ही अलग अलग हों, लेकिन पारिवारिक रिश्तों में हमने कभी कटुता नहीं आने दी। राजनीति की वजह से हम कभी पारिवारिक खुशियों को नजरंदाज नहीं कर सकते।