उत्तराखण्ड की लोक कला के विविध रंगो को अवध को नगरी में गुलजार कर
दस दिवसीय उत्तराखण्ड महोत्सव ने ली विदाई
लखनऊ।आज दस दिवसीय उत्तराखण्ड महोत्सव के समापन के अवसर पर सर्वप्रथम अपने क्षेत्र के विधायक श्री आशुतोष टण्डन गोपाल जी की फोटो पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रृद्धांजली अर्पित की गयी। पण्डाल में उपस्थित पदाधिकारियो एवं हजारों दर्शको ने उन्हें दो मिनट का मौन धारण कर ईश्वर से उनकी आत्मा की शान्ति हेतु प्रार्थना की।
उत्तराखण्ड महोत्सव के समापन दिवस का शुभारम्भ महापरिषद के संयोजक श्री दीवान सिंह अधिकारी, अध्यक्ष-श्री हरीश चन्द्र पंत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष-मंगल सिंह रावत, उपाध्यक्ष-गोविन्द बल्लभ फुलारा, महेश चन्द्र रौतेला, पूरन सिंह जीना, महासचिव-भरत सिंह बिष्ट, सचिव-राजेश बिष्ट, कोषाध्यक्ष-के0एस0 चुफाल, सांस्कृतिक सचिव-महेन्द्र सिंह गैलाकोटी, मोहन पंत सहित समस्त पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
श्री हरीश चन्द्र पंत, अध्यक्ष, उत्तराखण्ड महापरिषद द्वारा दिनांक 09 नवम्बर को उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर भारतीय संस्कृतिक एवं पर्यटन के लिए प्रसिद्ध उत्तराखण्ड वासियों, अतिथियों, पदाधिकारियों, सदस्यों, कलाकारो एवं दर्शकदीर्घा में उपस्थित दर्शको को बधाई दी।
इस अवसर पर परिषद पत्रिका उत्तराखण्ड दर्पण-2023 ‘‘हीरक जयन्ती विशेषांक’’ का विमोचन आज किया गया इस अवसर पर स्मारिका के सम्पादक मण्डल में पूरन सिंह जीना, भुवन चन्द्र पाठक, के0एस0 चुफाल, सुनील कुमार उप्रेती, पी0एस0 बिष्ट, डा0 करूणा पाण्डेय, जगत सिंह राणा, राजेश बिष्ट, रमेश चन्द्र सिंह अधिकारी, राजेन्द्र सिंह कनवाल, कैलाश सिंह उपस्थित रहें।
दोपहर 02 बजे से – 05 वर्ष से अधिक बच्चों द्वारा फिल्मी, उत्तराखण्डी, अवधी गीतो पर एकल नृत्य एवं समूह नृत्य की सुन्दर एवं मनमोहक प्रस्तुति दी गयी
सांय 04 बजे से:- सूचना विभाग उ0प्र0 द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी, रजनी सिंह के नेतृत्व में ए रॉक स्टार डांस अकादमी द्वारा गरबा उड़ी डी जाय की प्रस्तुति, हरितिमा पंत के नेतृत्व में संगीत सांस्कृति फाउण्डेशन द्वारा गढ़वाली लोक नृत्य की सुन्दर प्रस्तुति देकर दर्शको का मन मोहा।