अनुराग लक्ष्य, 20 अक्टूबर
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी,
मुंबई संवाददाता ।
,,, शहे बग़दाद के आका मेरे महबूब ए सुबहानी
दोआलम में भी हैं आला मेरे मेहबूब ए सुबहानी
जो दिन शोले उगलते हों और रातें हों कयामत सी
वहां भी आपका साया मेरे महबूब ए सुबहानी,,,,
हर साल की तरह इस साल भी आस्ताना ए गौसुल आज़म दस्तगीर बज़्म ए जीलानी ट्रस्ट की जानिब से धरावी के संगम गली स्थित आस्ताने पर पच्चीस अक्टूबर से चार नवंबर तक पीराने पीर, रोशन ज़मीर सरकार ए गौस ए आज़म का उर्स और संदल मुबारक बड़े ही जोश ओ खरोश के साथ मनाया जा रहा है।
जिसमें 24 अक्टूबर से शुरू संदल मुबारक से प्रोग्राम का आगाज़ होकर मुशायरे और कव्वाली के साथ चार नवंबर को समाप्त होगा।
इस बार भी उर्स मुबारक के मौके पर हर साल की तरह इस साल भी मेले का आयोजन किया गया है। जिसमें हज़ारों लोगों की भीड़ देखने को मिलेगी।
कार्यक्रम के पहला दिन 24 अक्टूबर को संदल मुबारक से शुरू होगा । पच्चीस अक्टूबर को कव्वाल फिरोज़ डफ पार्टी, छब्बीस अक्टूबर को कव्वाल सईद फिरोज़ निजामी, अट्ठाइस अक्टूबर को कव्वाल नईम और कलीम सरकार ए गौस ए पाक की शान में अपना अपना कलाम पेश करेंगे।
29 अक्टूबर को आल इंडिया मुशायरे का आयोजन किया गया है। इसी के साथ तीस अक्टूबर को कव्वाल इफेतखार एंड बदर्स और इकतीस अक्टूबर को कव्वाल शाहनवाज वारसी, एक नवंबर को छोटा यूसुफ शोला, दो नवंबर को कव्वाल कामिल चिश्ती, तीन नवंबर को कव्वाल अवेस जाहिद नाज़ा, सहित चार नवंबर को कव्वाल तारिक साबरी दोवारा महफिल ए समां में अपना कलाम पेश करेंगे।
इस अवसर पर बज़्म ए जीलानी ट्रस्ट की जानिब से आवाम को ज्यादा से ज्यादा तादाद में उर्स ए मुबारक गौस ए आज़म दस्तगीर को कामयाब बनाने की अपील की गई है। इस खास और मुकद्दस मौके पर मैं सलीम बस्तवी अज़ीज़ी इतना ज़रूर कहना चाहूंगा कि,
,,, या रब दर ए हबीब का सदका मुझे भी दे
खुल्द ए बरीं को जाए जो रस्ता मुझे भी दे
मैं भी सगे बग़दाद हूं दुनिया की भीड़ में
बग़दाद के आका का वोह जलवा मुझे भी दे,,,,,,