अयोध्या। प्रदेश के मुख्य अस्थाई अधिवक्ता अखिलेश कुमार अवस्थी ने दिया इस्तीफा हापुड़ के जीसी कृष्णकांत गुप्ता को चोटहिल वकीलों को अस्पताल में देखने जाने का इनाम देते हुए प्रदेश सरकार ने तत्काल प्रभाव से हटा दिया इससे नाराज बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के आवाहन पर प्रदेश भर में अधिवक्ताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार का पुतला जलाया। हापुड़ में महिला और पुरुष वकीलों पर बुरी तरह से लाठियां बरसाने वाले पुलिस के अधिकारियों एवं हापुड़ जिले के डी एम एस एस पी के खिलाफ मुकदमा चलाने और उनको अबिलंब स्थानांतरित करने की मांग को लेकर पूरे प्रदेश के अधिवक्ता लांब बंद हो गए है।इसके लिए बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश ने भी कमर कस ली है। 28 अगस्त की घटना के बाद15दिन तक अभी तक प्रदेश सरकार ने संज्ञान नहीं लिया और वकीलों के खिलाफ लगातार उत्पीड़नात्मक कार्रवाई हो रही है। जिस परअधिवक्ता संघ फैजाबाद के अध्यक्ष पंडित कालिका प्रसाद मिश्रा के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने जिले के सीआरओ न्यायालय के पास उत्तर प्रदेश सरकार एवं महाधिवक्ता पुलिस का पुतला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष पंडित कालिका प्रसाद मिश्रा मंत्री सूर्य नारायण सिंह सहित भारी संख्या में संघ भवन के सामने दिया। हापुड जिले के डीएम, एसपी वकीलों पर लाठीचार्ज का मामला, बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर अयोध्या में भी वकीलों की हड़ताल लगातार जारी है।, न्यायिक कार्य से विरत रहे वकील, उत्तर प्रदेश सरकार का पुतला फूका।बार एसोसिएशन फैजाबाद के वकील, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट कालिका मिश्र का बयान, एडीएम सिटी को मुख्यमंत्री के नाम संबोधित सौंपा गया ज्ञापन, हापुड़ में हुए वकीलों पर लाठी चार्ज की जांच, वकीलों के खिलाफ दर्ज हो मुकदमा वापस , अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू कराने रजिस्ट्री ऑफिस में भी काम बंद करवा दिया जमीनों की रजिस्ट्री,हापुड़ लाठी चार्ज के विरोध मे प्रमुख रूप से एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू कराने ,दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने, अधिवक्ताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग दोहराई कालिका प्रसाद मिश्र, महामंत्री सूर्य नारायण सिंह ,उपाध्यक्ष महेंद्र कुमार दुबे ,राजीव कुमार शुक्ला विजय कुमार द्विवेदी ,कृष्ण मोहन सिंह ,सोमनाथ तिवारी विजय शंकर पांडे,रघुवंश वर्मा , हेमन्त मिश्रा,लाल जी गुप्ता ,अखंड यादव ,सुरेंद्र सिंह ,प्रदीप गुप्ता ,उपेंद्र कुमार मिश्रा अनिल अवस्थीअजय वर्मा सहित भारी संख्या अधिवक्ता गण मौजूद रहे।