हार्बर लाइन पर गोवंडी स्टेशन की बदहाली अब देखी नहीं जाती,,,,,
अनुराग लक्ष्य,
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी,
मुंबई संवाददाता ।
वैसे तो मुंबई रेलवे का कोई जवाब नहीं है। लोकल ट्रेन, मोनो रेल, सहित मेट्रो ट्रेनों ने भी अपना जलवा बिखेरते हुए मुंबई की जनता को एक बेहतर रेल सेवा पर्दान कर रही है। लेकिन कुछ स्टेशनों की हालत इतनी खराब है कि स्टेशन पर उतरने के बाद यह लगता ही नहीं कि हम मुंबई में हैं।
आपको बताते चलें कि पिछले सप्ताह शहाड़ स्टेशन की दुर्दशा का जिक्र मैंने किया था। इधर कई बार गोवन्डी जाने का अवसर मिला तो मुझे उसकी दुर्दशा पर रोना आया। पनवेल और छत्र पति शिवा जी महाराज को जोड़ने वाली हार्बर लाइन पर मानखुर्द और चेंबूर के बीच गोवंडी स्टेशन अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है।
प्लेट फार्म एक और दो, पर अगर आप खड़े हैं, और अचानक अगर बारिश आ गई तो आप पूरी तरह भीग कर ही ट्रेन में चढ़ पाएंगे। पूरे स्टेशन की छत टूटी फूटी और जर्जर होने की वजह से यात्री इधर उधर धूप और पानी से बचने के लिए साया तलाशते नजर आते हैं। स्टेशन पर जगह जगह आपको मिट्टी के ढेर और मलबे भी देखने को मिल जायेंगे।और सबसे बड़ी समस्या Govandi west में बुकिंग खिड़की न होने की वजह से यात्री हमेशा परेशान, बेहाल दिखाई पड़ते हैं। क्योंकि वेस्ट की बुकिंग खिड़की प्लेट फार्म नंबर एक के ट्रैक के बगल में स्थित है, जिसकी वजह से यात्रियों के टिकट के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इस समाचार को लिखने का आशय सिर्फ इतना है कि मुंबई रेल प्रशासन के अधिकारी शीघ्र अति शीघ्र गोवन्डी स्टेशन की दुर्दशा पर ध्यान दें, ताकि गोवंडी की जनता को एक खूबसूरत और सुसज्जित स्टेशन देखने को मिले, और एक सुखद यात्रा का अनुभव कर सकें।