बस्ती – आदर्श कोटेदार एवं उपभोक्ता वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद भाई के नेतृत्व में कोटेदारों ने जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से बताया कि
कोरोनाकाल मे प्रदेश के कोटेदारों ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना व राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत खाद्यान्न एवं चना नमक रिफाइण्ड तेल आदि का 88 प्रतिशत कोटेदारी ने ईमानदारी से वितरण अपने व अपने परिवार के जीवन की परवाह किये बिना उत्तर प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशन में किया है। जिसमें प्रदेश में कुछ कोटेदारों की कोरोना से मृत्यु भी हो गयी. परन्तु उन्हें किसी प्राकर की सरकारी सहायता भी नहीं प्राप्त कराई गई।उत्तर प्रदेश से नीचे स्थान प्राप्त करने वाले राज्यों गुजरात, उत्तराखण्ड हरियाणा में जहां रू0 150/- प्रति कुंतल से 300/- प्रति कुन्तल लाभांश प्राप्त हो रहा है।तो वही प्रदेश में प्रति कुंतल अभी माह अगस्त 2023 में ही कर दिया है। जबकि उत्तर प्रदेश के कोटेदारों को अभी भी मात्र 90/- प्रति कुन्तल लाभांश प्राप्त हो रहा है। जिन दुकानों पर मात्र 1000 यूनिट के ही राशन कार्ड हैं उन कोटेदारों को केवल रू0 4500/- ही प्रतिमाह लाभांश के रूप में प्राप्त होता है। इतने रूपये में परिवार का पालन पोषण समय नहीं हो सकता है। उन्होंने बताया कि 20 सितम्बर से कोटेदार / उपभोक्ता जनजागरण रथयात्रा निकाली जाएगी हम लोगो ने आज पांच सूत्रीय माग पत्र देकर दिया जिसमें
कोटेदारों को खाद्यान्न एवं चीनी पर 300 रुपये प्रति कुन्तल लाभांश दिया जाए एवं 10 लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जाए। वर्ष 2001 से बकाया एपीएल, बीपीएल अत्योदय एमडीएम, आगनबाडी आदि का बकाया एवं परिवहन व्यय का भुगतान पूर्व में जारी शासनादेश दिनांक 5-7-2014 के अनुपालन में उ०प्र० राज्य खाद्य वस्तु निगम के द्वारा कराया जाए।
उ0प्र0 सरकार द्वारा जारी शासनादेश के अनुपालन में परिवहन ठेकेदारों द्वारा कोटेदारों की अधिकतम दुकानों तक खाद्यान्न नहीं पहुंचाया जा रहा है। 05 से 07 कि०मी० की दूरी पर परिवहन ठेकेदारों द्वारा धर्मकांटे पर दिया जा रहा है। जिसे कोटेदार अपने व्यय पर दुकान तक ले जा रहा है। जिसका शासन द्वारा संज्ञान लेकर जनहित में कोटेदार की दुकान तक पहुंचाया जाए।ई-पास मशीने कोटेदारों को किस शर्त पर दी गयी वह आदेश कोटेदारों को उपलब्ध कराया जाए जिससे कम्पनियों के इंजीनियरों द्वारा किये जा रहे सिमकार्ड रिचार्ज, एवं मशीनों की मरम्मत की सुविधा आदि की समस्याओं के नाम पर कोटेदारों का आर्थिक व मानसिक शोषण का जनहित में बचाव कराया जा सके। साथ ही आपूर्ति कार्यालय में प्राइवेट दलालो का बोल बाला है जो कोटेदारों का मानसिक व आर्थिक शोषण कर रहे हैं।इस दौरान
सरवर अली,मीना कुमारी,तेजनारायण,हरीराम,अनेक कुमार,अब्दुल ख़ालिद,रामगोपाल चौधरी,शिवसहाय,कमला सिंह,रवि वर्मा, लालजी,पवन कुमार ,रॉव कान्त,हरेन्द्र कुमार चौधरी ,मनोज,विनोद कुमार ,दिवाक्य,सरजू यादव,रामकृपाल,निया याज अहमद,अरुण कुमार,अरुलाल यादव,अंगद यादव,वीरेन्द्र शुक्ला (रामचन्द्र),कृष्णकुमार,रजावली,राजा का सन्नी,देवीप्रसाद गुप्ता,राधेश्याम,परशुराम’,दिनेश कुमार,अनुज मुक आदि