राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन गीत

स्वास्थ्य मिशन का गूढ़ अर्थ, दो शब्दों में समझाना है, दिया वचन जो माँ बच्चे को, हमको आज निभाना है।

वही सुरक्षित जच्चा, जो हो पंजीकृत और जाँचें तीन, टिटनेस के दो टीके, गोली आयरन की खाएं सौ दिन ।। हरी साग सब्जी और भोजन, एक अधिक खाये दिन में, भारी वज़न उठाये ना, आराम हो, दो घंटे दिन में। सासू माँ, पति को समझाकर, बीड़ा यही उठाना है,

हर हालत में इस माँ का संस्थागत प्रसव कराना है ।।

दिया वचन जो माँ बच्चे को, हमको आज निभाना है।

एक घंटे के अन्दर, स्तनपान कराएंगे,

जन्म के कोलोस्ट्रम का कर्ण-कवच, हर नन्हें को पहनाएंगे। दाई से ना तेल लगे, ना मालिश हो, ना नहलाना, छठी के दिन बस नहलाकर ठंढक से उसे बचाएंगे || कम ही लोग छुएं मुनिया को, बीमारी से दूर रहे, घुट्टी या शहद चटाएं ना, बस माँ का दूध पिलाना है।

दिया वचन जो माँ बच्चे को, हमको आज निभाना है।

छः माह तक, माँ का दूध ही, पूरा पोषक होता है, ऊपर से कुछ ना दें, यह रोगों का शोषक होता है। समय से सब टीके लगवाकर बीमारी से बचाएंगे, लगे सातवाँ माह तो, हल्का खाना, इसे खिलाएंगे। पल्स पोलियो जब भी हो, हर डोज़ इसे पिलवाना है,

विटामिन ‘ए’ की खुराक हर छ: माह पिलवाना है।।

दिया वचन जो माँ बच्चे को, हमको आज निभाना है।

छोटे बच्चों का स्कूलों में, स्वास्थ्य परीक्षण होना है, पेट के कीड़े दूर रहें, आयरन की गोली देना है। नज़र अगर कमजोर, तो चश्मा, हैं बीमार, तो संदर्भन, हर बच्चे को स्वास्थ्य कार्ड, स्कूल रजिस्टर में अंकन । स्वस्थ छात्र और हँसमुख शिक्षक, मान इसे रखना होगा, रोगी और कुपोषित छात्रों को, अब उपचार दिलाना है।

दिया वचन जो माँ बच्चे को, हमको आज निभाना है।

रहें किशोरी स्वस्थ हमारी, ऊर्जा उमंग से हों भरपूर

आत्मविश्वास बढ़े इनका और रक्तअल्पता से हों दूर | 

शिक्षा के अवसर हों इनको, आत्मनिर्भरता पनप सके, बेटे-बेटी में फर्क न हो, अपना समाज यह समझ सके।।

हो जिज्ञासा और प्रश्न तो, सभा “सलोनी” जाना है,

समय से पहले ना हो शादी, यह परिवर्तन लाना है। सीमित, शिक्षित परिवार सुखी, यह मूल मंत्र है जीवन का। जन-जन में इसकी शक्ति का, हमको परचम लहराना है।

दिया वचन जो माँ बच्चे को, हमको आज निभाना है।

स्वच्छ नहीं घर-बाहर और गर, साफ़ नहीं जल पीने का, खान-पान पर ध्यान नहीं, तो क्या मकसद है जीने का। आँगनवाड़ी, शिक्षा और पंचायत साथ हमारे हैं,

सुखी ग्राम की परिकल्पना के ये सब सुदृढ़ किनारे हैं। स्वच्छ रहें, पोषण समुचित हो, इस पर ध्यान दिलाना है,

हम प्रहरी हैं स्वास्थ्य मिशन के घर-घर में अलख जगाना है।

दिया वचन जो माँ बच्चे को, हमको आज निभाना है।

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