महिला बंदियों के हाथो की बनी राखी सजेगी भाइयों की कलाई पर

बस्ती। 24 अगस्त बस्ती जनपद  में जिला जेल की महिला बंदी तेजी के साथ आजकल राखियां बना रही हैं। यही राखियां भाइयों की कलाइयों पर सजेंगी। भाइयों से रक्षा का वचन मिलेगा और राखी की बिक्री से महिला बंदियों की कमाई होगी। एक दर्जन महिला बंदी राखी बना रही हैं। जिला जेल में मौजूदा समय 750 बंदी निरुद्ध हैं। इनमें 43 महिला बंदी भी शामिल हैं। महिला बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए डीएम प्रियंका निरंजन के निर्देश पर जेल प्रशासन अलग-अलग तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम करा कर रोजगारपरक गतिविधियां संचालित कर रहा है। इसी कड़ी में रक्षाबंधन त्योहार के मद्देनजर महिला बंदियों की ओर से इन दिनों क्रोशिए से राखी बनाया जा रहा है। जेल अधीक्षक विवेकशील त्रिपाठी ने बताया कि राखी बनाने में लगने वाला धागा और अन्य सामग्री भी जेल की तरफ से मुहैया कराया गया है। इसी से महिला बंदी राखियां तैयार कर रही हैं। कारागार में बंदी महिलाओं को पहले प्रशिक्षक ने महिलाओं को पहले प्रशिक्षित किया गया फिर बंदी महिला बंदी राखी प्रशिक्षित प्राप्त कर अब क्रोशिए के जरिए राखी बना रही हैं। उन्होंने बताया कि क्रोशिया एक प्राचीन एवं पारंपरिक हस्तशिल्प विधा है। रक्षाबंधन पर कई भाई बहनों से राखी बंधवाने जिला जेल पहुंचेंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार
कारागार में निरुद्ध महिलाओं की ओर से इस बार क्रोशिए से तैयार की राखी की लांचिंग गुरुवार को कलक्ट्रेट में किया जाएगा। इसके लिए कलक्ट्रेट परिसर में आज से राखी का एक आउटलेट्स भी खोला जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *