साहित्य उपवन रचनाकार की सुशासन दिवस/नव वर्ष के उपलक्ष्य में शानदार रंग बिरंगी काव्य वर्षा…

साहित्य उपवन रचनाकार की सुशासन दिवस/नव वर्ष के उपलक्ष्य में शानदार रंग बिरंगी काव्य वर्षा…

 

सुशासन दिवस/नव वर्ष के उपलक्ष्य में साहित्य उपवन रचनाकार की काव्य गोष्ठी यमुना विहार दिल्ली में अपने चिर परिचित अंदाज से सफलतम सम्पन्न हुई। गोष्ठी में मंच की शोभा आ. अनिल कपूर जी, आ. राम प्रकाश दुबे जी एवं आ. मदनलाल राज जी ने बढ़ाई। सुशासन दिवस अर्थात स्व. अटल बिहारी वाजपेई जी के जन्मदिन एवं नव वर्ष के उनवान में सजी यह गोष्ठी काव्य के विभिन्न रसों से सराबोर रही। गोष्ठी का दिलकश संचालन आपके दोस्त यानी रोहित रोज ने किया। गोष्ठी का शुभारंभ सरस्वती पूजन एवं वंदना आ. दीपिका वल्दिया जी की मधुरिम सरस्वती वंदना से हुआ। गोष्ठी का आगाज़ श्री गौतम प्रकाश जी के मर्मस्पर्शी काव्य पाठ से हुआ है। आ. संजीव नादान जी ने मन को छूने वाले शेर पेश किये जो हर दिल अजीज बने। गोष्ठी की सबसे छोटी कवयित्री सुश्री प्राची महिश ने पिता और नारी पर कविता सुनाकर सबको भाव विभोर कर दिया। आ शुभ्रा पालीवाल पगली जी ने अपने शृंगारिक गीत की बरसात में सबके मन को भिगोया। आ. भावना सेठ जी ने लाजवाब काव्य पाठ करके दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। आ गोल्डी गीतकार जी की साधारण शब्दों में काव्य पाठ की दस्तक हर दिल पर हुई। आ सीमा पटेल जी की मर्मस्पर्शी कविता सुनकर सब झूम उठे। आ शालिनी शर्मा जी के दमदार दोहों ने महफ़िल में समा बांध दिया। जनाब आजम सहसवानी जी ने अपने चिर परिचित अंदाज में बेहतरीन कलाम पेश किये। मधुर कंठ के धनी श्री आर डी गौतम विनम्र जी ने अपनी मधुरिम प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। स्वर कोकिला श्रीमती सुधा बसोर सौम्या जी ने मनभावन दोहे पढ़कर सबको काव्य वर्षा में भिगो दिया। आ दीपिका वल्दिया जी ने अध्यात्मिक गीत पेश करके सबका मन सूफियाना कर दिया। आ. भारत मौर्य जी ने उम्दा मुक्तक सुनाये। आ अनिल कपूर जी बेहतरीन पेशकश की बाबत हर दिल अजीज बने। आ राम प्रकाश दुबे राम जी ने स्व. अटल बिहारी वाजपेई जी को अपनी कविता समर्पित की। आ मदनलाल राज जी ने व्यंग्य सुनाकर सबकी वाह वाही लूटी। गोष्ठी की खास बात यह रही कि काव्य की रंग बिरंगी बरसात में हर दर्शक का मन तर ब तर हो गया। इसी क्रम में आपके दोस्त यानी रोहित रोज के बेहतरीन मुक्तक और दो ग़ज़लों ने गोष्ठी को ऊंचाईयां दी। आ. सीमा पटेल जी को हौसलों के हमसफ़र सम्मान से सम्मानित किया गया। सभी रचनाकारों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में शामिल हस्ताक्षर – आ मदनलाल राज जी, आ अनिल कपूर जी, आ राम प्रकाश दुबे राम जी, आ आर डी गौतम विनम्र जी, आ सुधा बसोर सौम्या जी, आ गोल्डी गीतकार जी, आ संजीव नादान जी, आ शुभ्रा पालीवाल पगली जी, आ भावना सेठ जी, आ दीपिका वल्दिया जी, सुश्री प्राची महिश जी, आ गौतम प्रकाश जी, आ सीमा पटेल जी, आ शालिनी शर्मा जी, जनाब आजम सहसवानी जी, आ भारत मौर्य जी एवं डाॅ० रोहित रोज जी। साहित्य उपवन रचनाकार की कार्यकारी अध्यक्षा आ. संगीता मिश्रा जी ने फेसबुक के माध्यम से कार्यक्रम को दूर दराज तक पहुंचाकर दर्शकों को इस कार्यक्रम से रू ब रू करवाया। अंत में साहित्य उपवन रचनाकार के अध्यक्ष द्वारा सबका आभार व्यक्त किया गया और कार्यक्रम के औपचारिक समापन की घोषणा हुई। सबने बड़े मन से चाय समौसे और मिष्ठान का आनंद लेकर एक दूसरे को सफल कार्यक्रम की बधाई देते हुए विदा ली।