अयोध्या। रामनगरी के मंत्र मंडपम में चल रही डॉ. श्याम सुंदर पाराशर जी महाराज की कथा में श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। कथा श्रवण के दौरान भक्तजन भक्ति भाव में डूबकर मंत्रमुग्ध हो रहे हैं। प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु कथा स्थल पर पहुंचकर संत वाणी का लाभ उठा रहे हैं। कथा के बीच खास बातचीत में डॉ. पाराशर ने धर्म, शिक्षा और समाज को लेकर अपने विचार प्रकट किए। उन्होंने कहा कि “सबसे बड़ा पुण्य किसी को खुश करना है। समाज में प्रेम, सेवा और सद्भाव फैलाना ही सच्चा धर्म है।” उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा हर युग की आवश्यकता है, पर उसकी जड़ें हमारे शास्त्रों और पुराणों में हैं, जो भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर हैं। देश के नेतृत्व की सराहना करते हुए डॉ. पाराशर ने कहा कि “जैसे प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनकर तैयार हुआ है, वैसे ही जब प्रभु की इच्छा होगी, तो श्रीकृष्ण जन्मभूमि और भोले बाबा का धाम भी भव्य रूप में निखरेगा।” मंत्र मंडपम में डॉ. पाराशर के प्रवचन सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। पूरे परिसर में भक्ति और आध्यात्मिकता का वातावरण व्याप्त है।