लखनऊ, : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखनऊ विश्वविद्यालय में गोमती पुस्तक महोत्सव-2025 के चतुर्थ संस्करण का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय मनीषा का ज्ञान अत्यंत विराट है। भारतीय ऋषियों ने शब्द को ब्रह्म माना और ब्रह्म को सत्य कहा। उनका मानना था कि ब्रह्म से उत्पन्न विचार कभी समाप्त नहीं होते। उन्होंने विद्यार्थियों और युवाओं से आग्रह किया कि वे स्मार्टफोन पर समय खर्च करने के बजाय कम से कम एक घंटे का समय रचनात्मक पुस्तकों को दें, जिससे उनका जीवन अधिक सकारात्मक और कल्याणकारी बने।मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में वैदिक परंपरा और ऋषियों के योगदान का उल्लेख करते हुए महर्षि याज्ञवल्क्य और उनकी पत्नियों कात्यायनी एवं मैत्रेयी की कथा साझा की। उन्होंने कहा कि याज्ञवल्क्य ने अपने आत्मज्ञान से समाज को लाभान्वित किया और यह उदाहरण हमें जीवन में ज्ञान और पुस्तकों के महत्व की याद दिलाता है।मुख्यमंत्री ने तक्षशिला विश्वविद्यालय का भी उदाहरण देते हुए कहा कि भारत ने विश्व को विश्वविद्यालयों की एक श्रृंखला दी। तक्षशिला विश्वविद्यालय में विज्ञान, गणित, साहित्य, खगोल और आयुर्वेद में सर्जरी के जनक सुश्रुत जैसे विद्वान उपस्थित थे। उन्होंने पाणिनि के व्याकरण और शिक्षा-धारा पर जोर देते हुए कहा कि अच्छे योजक और पारखी मिलें तो पुस्तकों और ज्ञान का संपूर्ण लाभ समाज को मिल सकता है।योगी आदित्यनाथ ने मौलिक रचनाओं, लेखन और चिन्तन प्रक्रिया को आत्ममंथन के माध्यम से आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने महर्षि वाल्मीकि और तुलसीदास की रचनाओं को उद्धृत करते हुए बताया कि रामायण और श्रीरामचरितमानस ने सामाजिक सौहार्द और राष्ट्रीय एकात्मता को मजबूत किया। उन्होंने बच्चों से कहा कि डिजिटल तकनीक सहायक हो सकती है, लेकिन पुस्तकों का समय अलग और नियमित होना चाहिए।मुख्यमंत्री ने पुस्तक महोत्सव में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं से कम से कम एक पुस्तक अवश्य खरीदने का आग्रह किया। इस पुस्तक मेले में 250 से अधिक प्रकाशकों की हजारों पुस्तकें उपलब्ध हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचार का उल्लेख करते हुए कहा कि “जब नागरिक पढ़ेंगे, तभी राष्ट्र आगे बढ़ेगा।”इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मिशन शक्ति 5.0 कार्यक्रम की शुरुआत भी की, जिसका उद्देश्य नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन को बढ़ावा देना है। मुख्यमंत्री ने 10 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों और विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को पुस्तकें भेंट कर सम्मानित किया।कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी, नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रो. मिलिंद सुधाकर मराठे, निदेशक युवराज मलिक, लखनऊ विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. मनुका खन्ना, लेखक और फिल्म निर्माता डॉ. चन्द्र प्रकाश द्विवेदी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।गोमती पुस्तक महोत्सव-2025 20 से 28 सितंबर तक लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रांगण में आयोजित होगा, जिसमें पुस्तक प्रेमियों के लिए ज्ञान और साहित्य का महाकुम्भ देखने का अवसर मिलेगा।