प्रयागराज(आरएनएस)। राजर्षि टंडन महिला महाविद्यालय संघटक इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज में आज राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन जी की 141वीं जयंती समारोह और पर्यावरण संरक्षण हेतु वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। समारोह की मुख्य अतिथि डॉ शशि टंडन, अध्यक्षा अधिशासी निकाय राजर्षि टंडन महिला महाविद्यालय थीं। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती को माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलन तथा राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन के छायाचित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि द्वारा हुआ। सर्वप्रथम बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा कु वैष्णवी पाण्डेय ने गणेश वन्दना प्रस्तुत की। कार्यक्रम में छात्राओं ने भी अपनी प्रस्तुतियां प्रदान कीं।
मुख्य अतिथि डॉ शशि टंडन ने अपने उद्बोधन में सर्वप्रथम राजर्षि जी के चारित्रिक गुण- सत्य, आदर्श, देश प्रेम पर प्रकाश डालते हुए हिंदी को राजभाषा बनाने में उनके योगदान का वर्णन किया। स्वतंत्रता पश्चात भी राजर्षि जी राजनीति में सक्रिय रहे। स्वतंत्रता पूर्व राजर्षि जी के जीवन के कई अनछुए पहलुओं जैसे प्रांतीय विधानसभा में अंग्रेजी के अतिरिक्त मातृभाषा में भाषण और प्रश्न की अनुमति दिलाई। डॉ शशि टण्डन ने ‘राजर्षि’ शब्द का अर्थ बताते हुए कहा कि टण्डन जी ने अपने आत्म बल के आधार पर मन को वश में कर लिया था और दृढ़ प्रतिज्ञाओं को पूरा करते थे इसलिए उनको ” राजर्षि” की उपाधि मिली थी।
प्राचार्या प्रोफेसर रंजना त्रिपाठी ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन तथा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का निर्देशन डॉ नमिता यादव ( एसोसिएट प्रोफेसर, संगीत विभाग) ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय की डॉ सुधा जायसवाल ( अवकाश प्राप्त एसो प्रो, अर्थशास्त्र विभाग) ,डॉ कौमुदी श्रीवास्तव, डॉ नीलिमा सिंह, डॉ रेनू आनन्द, डॉ अमितेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ सुमित सिंह, डॉ शमेनाज़ बानो, डॉ प्रियंका शर्मा, राम खगेश, यशस्वी भावना, शिक्षणेतर कर्मचारी सहित लगभग 70 छात्राएं उपस्थित थीं।