नवीन शिक्षण विधियों से अवगत कराने में प्रशिक्षण महत्वपूर्ण – संजय शुक्ल

15 बैचों में प्रशिक्षित किए जाएंगे 1500 शिक्षक, दो बैचों का प्रशिक्षण शुरू

बस्ती (दैनिक अनुराग लक्ष्य ) जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में सोमवार को दो बैच के 210 शिक्षकों का एकीकृत शिक्षक-प्रशिक्षण मॉड्यूल पर आधारित पांच दिवसीय प्रशिक्षण डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल के निर्देशन में शुरू हुआ। प्रशिक्षण का शुभारंभ डायट प्राचार्य ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित करके किया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डायट प्राचार्य ने कहा कि प्रशिक्षण नवीन शिक्षण विधियों और नवाचारों से अवगत कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रशिक्षण की सार्थकता तभी है जब प्रशिक्षण में सीखी गई चीजों को शिक्षक अपनी कक्षा में प्रभावी ढंग से लागू कर सकें। कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों को बेहतर बनाने, उनकी क्षमताओं को बढ़ाने और छात्रों के लिए सीखने के बेहतर माहौल बनाने में मदद करना है। जब प्रशिक्षण शिक्षकों द्वारा पूरे मनोयोग से लिए जाते हैं, तो वे छात्रों के सीखने के परिणामों पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। एकीकृत प्रशिक्षण के प्रभारी प्रवक्ता डॉ रविनाथ त्रिपाठी ने बताया कि यह प्रशिक्षण 15 बैच में 1500 प्राथमिक शिक्षकों को दिया जाना है जो कि 26 सितंबर तक चलेगा। बताया कि यह प्रशिक्षण शिक्षकों के लिए अत्यंत उपयोगी है इस प्रशिक्षण में सीखी गई विधाओं को शिक्षक जब अपने कक्षाओं में लागू करेंगे तो बेसिक शिक्षा में इसका व्यापक असर दिखेगा। प्रशिक्षण के पहले दिन प्रशिक्षण के संदर्भदाता डायट प्रवक्ता अलीउद्दीन, शशिदर्शन त्रिपाठी, मोहम्मद इमरान, डॉ ऋचा शुक्ला ने प्रतिभागियों को विस्तृत ढंग से चीजों को बताया। जिसमें मॉड्यूल परिचय, प्राथमिक शिक्षा के परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एवं राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (विद्यालयी शिक्षा) 2023, निपुण भारत अभियान, कला एवं संगीत एकीकृत शिक्षण, स्वास्थ्य शिक्षा एवं खेलकूद एकीकृत शिक्षण आदि के बारे में विस्तृत ढंग से संदर्भदाताओं ने बताया।

इस अवसर पर डॉ गोविन्द प्रसाद, वंदना चौधरी, वर्षा पटेल, कुलदीप चौधरी आदि उपस्थित रहे।