आगरा में अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र की शाखा स्थापित करने हेतु समझौता, उद्यान राज्यमंत्री ने जताया आभार

लखनऊ उत्तर प्रदेश में आलू के उत्पादन, शोध, निवेश और निर्यात को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत सोमवार को नई दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र (सीआईपी), पेरू और भारत सरकार के बीच उत्तर प्रदेश के आगरा जनपद के सिंगना में सीआईपी के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना हेतु समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री का आभार जताते हुए कहा कि यह समझौता उत्तर प्रदेश के आलू किसानों, शोधकर्ताओं और कृषि क्षेत्र के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने समझौते के सफल निष्पादन में सहयोग देने वाले उच्च अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं भी दीं। राज्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश आलू उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर है और इस ऐतिहासिक समझौते से प्रदेश के किसानों को नई तकनीक, नवाचार और उन्नत किस्मों के माध्यम से प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस पहल से खाद्य एवं पोषण सुरक्षा को बल मिलेगा, किसानों की आय में वृद्धि होगी, रोजगार के अवसर सृजित होंगे, और कटाई के बाद की प्रक्रिया एवं उत्पादकता में गुणात्मक सुधार आएगा। उन्होंने यह भी कहा कि आगरा में अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र की शाखा की स्थापना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की किसानों और कृषि क्षेत्र के प्रति दूरदर्शिता एवं संवेदनशीलता का प्रमाण है। राज्यमंत्री के अनुसार, सीआईपी द्वारा विकसित आलू और शकरकंद की किस्में उच्च उपज देने वाली, पोषक तत्वों से भरपूर और जलवायु के अनुकूल होंगी। इससे उत्तर प्रदेश न केवल भारत में, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया में सतत कृषि विकास का अग्रणी केंद्र बन सकेगा