कंगाल पाकिस्तान का भविष्य खतरे में

इस्लामाबाद टेक्नोलॉजी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी रूद्बष्ह्म्शह्यशद्घह्ल ने पाकिस्तान में आधिकारिक रूप से अपना परिचालन बंद कर दिया है। इसकी पुष्टि कंपनी के पूर्व कार्यकारी अधिकारी जवाद रहमान ने की है। रूद्बष्ह्म्शह्यशद्घह्ल ने पाकिस्तान में अपना काम मार्च 2000 में शुरू किया था।
जवाद रहमान ने रुद्बठ्ठद्मद्गस्रढ्ढठ्ठ पोस्ट में लिखा, आज मुझे पता चला कि रूद्बष्ह्म्शह्यशद्घह्ल आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान में अपना परिचालन बंद कर रहा है। बचे हुए कुछ कर्मचारियों को औपचारिक रूप से सूचित कर दिया गया है और इसी के साथ एक युग का अंत हो गया। रूद्बष्ह्म्शह्यशद्घह्ल ने बंद करने का कारण सार्वजनिक रूप से नहीं बताया है, लेकिन इसके पीछे राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक संकट, भारी टैक्स, मुद्रा अस्थिरता और टेक्नोलॉजी आयात की चुनौतियों को माना जा रहा है।
2024 के अंत तक पाकिस्तान का व्यापार घाटा $24.4 बिलियन पहुंच गया था और जून 2025 तक विदेशी मुद्रा भंडार घटकर $11.5 बिलियन रह गया है। इस स्थिति में टेक्नोलॉजी कंपनियों के लिए काम करना कठिन हो गया है। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह देश के आर्थिक भविष्य के लिए चिंताजनक संकेत है। उन्होंने बेरोजगारी और प्रतिभा पलायन पर भी चिंता जताई।
रूद्बष्ह्म्शह्यशद्घह्ल ने पिछले 25 वर्षों में पाकिस्तान में डिजिटल साक्षरता, शिक्षा, और युवाओं को अवसर देने की दिशा में बड़ा योगदान दिया है। कंपनी ने कई वंचित क्षेत्रों में कंप्यूटर लैब्स शुरू कीं और स्थानीय प्रतिभाओं को तकनीकी प्रशिक्षण दिया। रूद्बष्ह्म्शह्यशद्घह्ल के इस फैसले से यह चिंता बढ़ गई है कि पाकिस्तान में अन्य विदेशी टेक कंपनियां भी अपना कारोबार समेट सकती हैं।