स्वर्णिम वैवाहिक वर्षगांठ के पुनीत अवसर पर मम्मी पापा को हार्दिक बधाई संग समर्पित भावों के शब्द सुमन
स्वर्णिम दिवस
मम्मी – पापा आप दोनों का साथ बना रहे ।
आपका आशिष हमें सदा प्राप्त होता रहे ।।
शिव गौरी की भांति बिताए पचास वर्ष ।
आपको बधाई देते हुए हो रहा है हमको हर्ष ।।
ईश्वर कृपा से पायें यह क्षण हर वर्ष।
यह क्षण लेकर आए सदा नव उत्कर्ष।।
सात फेरे सातों वचन निभायें है निरंतर ।
दुख मे भी ना आया आपके रिश्ते में अंतर ।।
आप दोनों से परिवार का मान- सम्मान है ।
जैसे दीपक और लौ एक दूसरे की पहचान है।।
आप दोनों का जीवन यू ही सुरभित रहे।
हमारे घर ऑंगन में खुशियां यूं ही बनी रहें ।।
थामें रखना हाथ हमें प्राप्त हो आपका साथ।
अनुठा है आप दोनों के समर्पण का साथ ।।
सौभाग्य शाली बेटियां आज निधि – दिव्या है ।
स्वर्णिम वैवाहिक वर्षगांठ का सुअवसर मिला है।।
डॉ निधि दिव्या बोथरा जैन इस्लामपुर, प. बंगाल