हार्ट अटैक के लक्षणः समय रहते पहचानिए, जान बचाइए!

हार्ट अटैक के लक्षणः समय रहते पहचानिए, जान बचाइए!

बस्ती (दैनिक अनुराग लक्ष्य ) हर साल लाखों लोग अचानक हुए दिल के दौरे (Heart Attack) के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। कई बार लोग इस समस्या के लक्षणों को समय पर पहचान नहीं पाते या उन्हें मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। जबकि हकीकत यह है कि दिल के दौरे से पहले शरीर हमें संकेत देता है, जिन्हें अगर समय पर समझ लिया जाए, तो इलाज और बचाव संभव है।

हार्ट अटैक क्या है?

दिल का दौरा तब होता है जब हृदय को ऑक्सीजन और पोषण देने वाली धमनी (कोरोनरी आर्टरी) किसी ब्लॉकेज या रुकावट के कारण बाधित हो जाती है। इससे हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचता है।

कारणः

कोरोनरी धमनी में कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाना

धमनियों में ब्लड क्लॉट

उच्च रक्तचाप, मधुमेह, धूम्रपान, तनाव, आदि

प्रमुख लक्षणः

1. सीने में दबाव या दर्द

यह सबसे सामान्य लक्षण होता है।

व्यक्ति को ऐसा महसूस हो सकता है जैसे सीने पर भारी बोड़ा रख दिया गया हो या जलन हो रही हो।

दर्द कई बार बाएं कंधे, बांह, जबड़े या पीठ तक फैल सकता है।

नोटः यह दर्द लगातार 5 मिनट से ज्यादा भी रह सकता है या रुक रुक कर हो सकता है।

2. सांस लेने में तकलीफ

हल्की गतिविधि पर भी सांस फूलना

चढ़ाई या सीढ़ियों चढ़ते वक्त सांस उखड़ना

सोते समय सांस लेने में कठिनाई

यह लक्षण खासकर महिलाओं और बुजुर्गों में अधिक देखने को मिलता है।

3. पसीना आना बिना किसी गर्मी या मेहनत के पसीना आना ठंडी या चिपचिपी त्वचा होना घबराहट के साथ पसीना निकलना

यह लक्षण भी अकसर अनदेखा किया जाता है, लेकिन यह हार्ट अटैक का चेतावनी संकेत हो सकता है।

4. मतली और चक्कर आना अचानक उल्टी जैसा मन होना सिर घूमना या बेहोशी जैसा महसूस होना

चलने या खड़े रहने में असहजता

यह लक्षण महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधिक देखे जाते हैं।

5. थकान और कमजारा रोज़मर्रा के काम करते हुए भी अत्यधिक थकान महसूस होना

बिना कारण लंबे समय तक शरीर भारी लगना लगातार सुस्ती बनी रहना

यदि थकान सामान्य से हटकर हो, तो यह दिल की मांसपेशियों की कमजोर हो रही कार्यक्षमता का संकेत हो सकता है।

6. अन्य संकेत जो अनदेखा न करें:

जबड़े में दर्द विशेषकर बाईं ओर

बांह या कंधे में खिंचाव खासकर बाएं हाथ में दर्द फैलता है

गर्भवती महिलाओं में पेट दर्द या अपच जैसा अहसास यह भी एक छुपा लक्षण हो सकता है

नींद में खलल रात में बार-बार जागना, बेचैनी महसूस होना महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण

महिलाओं में लक्षण कम स्पष्ट हो सकते हैं। अकसर वे सीने के दर्द की शिकायत नहीं करतीं, लेकिन निम्नलिखित लक्षण महसूस करती हैं:

अत्यधिक थकान मतली या उल्टी

शरीर में अकड़न या दर्द

चिंता और घबराहट

इसलिए महिलाएं अगर ऐसे लक्षण महसूस करें, तो इसे “सिर्फ कमजोरी” समझकर टालें नहीं।

कब डॉक्टर के पास जाएं?

यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो और वह 5 मिनट से अधिक बना रहे:

तुरंत एम्बुलेंस (108) बुलाएं

व्यक्ति को आरामदायक स्थिति में बिठाएं

कसावट वाले कपडे डीले करें

अगर व्यक्ति होश में है और एलर्जी नहीं है, तो एक एस्पिरिन चबाने के लिए दें

 

(डॉक्टर से पूछकर)

प्राथमिक जांच और पहचान

हार्ट अटैक की पुष्टि के लिए डॉक्टर निम्नलिखित जांच कर सकते हैं:

ईसीजी (ECG): दिल की धड़कन की इलेक्ट्रिकल गतिविधि जांचता है

ब्लड टेस्ट (Troponin Test): हृदय में क्षति के संकेत देता है

ईकोकार्डियोग्राफीः हृदय की पंपिंग क्षमता का मूल्यांकन

एंजियोग्राफी: ब्लॉकेज की स्थिति जानने के लिए

दिल के दौरे के लक्षणों को समझना और समय पर इलाज कराना जीवन रक्षक साबित हो सकता है। याद रखें-

हर सेकंड कीमती है। लक्षणों को नजरअंदाज मत कीजिए।”

समय रहते सतर्कता, सही खानपान, व्यायाम और नियमित जांच से हम न सिर्फ हार्ट अटैक से बच सकते हैं बल्कि जीवन को भी लंबा, स्वस्थ और सुरक्षित बना सकते हैं।