अयोध्या, 16 जून — देशभर में डाक बचत योजनाओं से जुड़े लाखों अभिकर्ताओं की आवाज़ बन चुके राष्ट्रीय बचत अभिकर्ता संगठन भारत का स्थापना दिवस इस वर्ष भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक नगरी अयोध्या में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से करीब 5,000 से अधिक अभिकर्ता पहुंचे हैं, जिनमें केरल, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
प्रदेश अध्यक्ष श्री आलोक पाराशर की अध्यक्षता में हो रहे इस भव्य आयोजन में संगठन के बीते वर्षों की उपलब्धियों पर चर्चा की गई तथा भविष्य की रणनीतियों को लेकर विचार-विमर्श किया गया। श्री पाराशर ने बताया कि संगठन की स्थापना 17 जून 2017 को पटना, बिहार में केवल 17 सदस्यों के साथ हुई थी, और आज यह संख्या बढ़कर 35,000 सक्रिय सदस्यों तक पहुँच गई है। संगठन के पास ₹1 करोड़ 35 लाख 45 हजार की पूंजी सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में सुरक्षित है, जो सदस्यों के विश्वास और प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
संगठन की प्रमुख मांग: बंद हुए कमीशन को फिर से शुरू किया जाए
कार्यक्रम में एक स्वर से भारत सरकार से यह मांग की गई कि डाक बचत योजनाओं पर मिलने वाला कमीशन, जिसे पूर्व में बंद कर दिया गया था, उसे पुनः बहाल किया जाए। श्री पाराशर ने कहा, “डाक बचत योजनाओं पर काम करने वाले अभिकर्ता देश की आर्थिक रीढ़ हैं। इन योजनाओं से देश के करोड़ों नागरिकों की बचत सुरक्षित रहती है। सरकार को चाहिए कि वह अभिकर्ताओं की इस मेहनत का सम्मान करते हुए हमारी आय का साधन फिर से बहाल करे।”
आंदोलन की तैयारी की रणनीति भी बनी कार्यक्रम के दौरान यह भी संकेत दिया गया कि यदि सरकार ने संगठन की मांगों पर जल्द संज्ञान नहीं लिया, तो आगामी दो महीनों में दिल्ली में एक बड़े आंदोलन की योजना बनाई जा सकती है। इसकी रणनीति आज कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिनिधियों की मौजूदगी में बनाई जाएगी।